Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Sep, 2017 03:49 PM
पितृपक्ष का समय चल रहा है। इन दिनों लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए लगातार पिंड दान कर रहे है। लेकिन वाराणसी में एक शख्स ऐसा है जो.....
वाराणसीः पितृपक्ष का समय चल रहा है। इन दिनों लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए लगातार पिंड दान कर रहे है। लेकिन वाराणसी में एक शख्स ऐसा है जो गर्भ में मारी गई बेटियों का पिंड दान कर रहा है।
दरअसल धर्म नगरी वाराणसी में संतोष ओझा नाम के एक शख्श ने दशाश्वमेघ घाट पर मातृ नवमी के दिन ऐसी 5001 बेटियों का पिंड दान किया, जिन्हें जन्म से पहले ही मां की कोख में मार दिया गया। संतोष ने ये पिंड दान उन बच्चियों के पिता के तौर पर किया है।
बता दें अब तक 15500 बेटियों का पिंड दान कर चुके डॉ संतोष ओझा कन्या भ्रूण हत्या को समाज से मिटाने का संकल्प लिए हुए है। उनका कहना है कि लोग अपने पितरों का पिंडदान करते है पर इन्हें भूल जाते है कि वो भी इन्ही का हिस्सा थी। इसलिए आज उन्हें याद करते हुए हम ये पिंड दान करते है और इसके साथ ये संकल्प भी दिलवाते है कि न भ्रूण हत्या करेंगे और न करने देंगे ये महापाप है।
एेसे में एक सवाल अवश्य झखझोरता है कि एक ओर 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की मुहीम घर-घर तक अपनी जगह बना रही है, पर कुछ लोग एेसे भी है बेटो की चाह में अपने ही आंतरिक हिस्से का खून करने से नहीं चूक रहे। फिलहाल इस शख्स की अनोखी पहल से ये अवश्य कहा जा सकता है कि बेटियों को बचाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।