Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Mar, 2018 05:26 PM
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के हस्तक्षेप के बाद भी सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) संतुष्ट नहीं है। सुभासपा 27 मार्च को बैठक कर भाजपा से गठबंधन जारी रखने पर पुर्निवचार करेगी। सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के पुत्र और पार्टी के...
बलियाः भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के हस्तक्षेप के बाद भी सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) संतुष्ट नहीं है। सुभासपा 27 मार्च को बैठक कर भाजपा से गठबंधन जारी रखने पर पुर्निवचार करेगी। सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के पुत्र और पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव अरविंद राजभर ने बताया कि पार्टी की एक आपात बैठक आगामी 27 मार्च को लखनऊ में होगी। बैठक में भाजपा के साथ रिश्तों पर भी विचार होगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में नौकरशाही बेलगाम हो गई है। स्थिति इस कदर भयावह हो गई है कि आजमगढ़ जिले का एक थानाध्यक्ष नियमानुसार कार्रवाई करने की सिफारिश पर मंत्री ओम प्रकाश राजभर के लिए बोलता है कि वह स्वयं आकर मामला सुलझायें। राजभर ने बताया कि बैठक में बेलगाम नौकरशाही से निबटने के साथ ही संगठनात्मक विस्तार व अगले माह देवरिया में होने वाले सम्मेलन पर भी विचार होगा।
उन्होंने दावा किया है कि राज्यसभा चुनाव के दौरान दल के किसी विधायक ने भाजपा के खिलाफ क्रासवोटिंग नहीं की है। बहरहाल, मीडिया रिपोर्ट तथा विरोधी दल के नेताओं के बयान को देखते हुए दल के 2 विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है। राजभर ने एक सवाल के जबाब में कहा कि ऐसी सम्भावना है कि बसपा तथा सपा सुभासपा को अपने गठबंधन में शामिल करने व भाजपा से सुभासपा को अलग करने के लिए राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं।