Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Mar, 2018 07:21 PM
बसपा अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी पर हिंसा और नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया है। मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में जीत के नशे में चूर भाजपा कार्यकर्ताओं के तांडव से लोग में भय और असुरक्षा की भावना से ग्रसित है।...
लखनऊः बसपा अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी पर हिंसा और नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया है। मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में जीत के नशे में चूर भाजपा कार्यकर्ताओं के तांडव से लोग में भय और असुरक्षा की भावना से ग्रसित है। मायावती ने कहा कि त्रिपुरा में भाजपा सरकार के गठने के साथ ही मार्कसवादी नेताओं पर हमले, कार्यालयों में तोडफोड़ तथा लेनिन की मूर्तियों को विध्वंस करने की घटनाओं से लोग भयभीत है।
उन्होंने कहा कि इसके साथ तामिलनाडु में आत्म-सम्मान मूवमेन्ट के नेता रामास्वामी नायकर पेरियार की मूर्ति को खण्डित करना यह साबित करता है कि देश में नफरत, हिंसा व विघटन की राजनीति अब हर तरफ सर चढ़कर बोलने लगी है, क्योंकि आपराधिक मानसिकता वाले लोगों को अब कानून का खौफ बिल्कुल भी नहीं रहा है।
भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र व राज्य सरकारों से लोगों के जान-माल व मजहब के सुरक्षा की संवैधानिक गारण्टी को शत-प्रतिशत सुरक्षित रखना सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि कम से कम अब सत्ता में आ जाने के बाद राजनीतिक हिंसा व विध्वंस को अपना हथियार बनाने से उन्हें बाज आना चाहिए। इसका दुष्परिणाम भाजपा व आर.एस. एस. एण्ड कंपनी को भी भुगतना पड़ सकता है जिसको सहने की शक्ति उनमें नहीं है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को अपमानित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को फौरन ही गिरफ्तार कर लिया है। इसके बावजूद भाजपा के नेता हमेशा की तरह अनर्गल बयानबाजी करने में ही लगे हैं जबकि इनकी सरकार व मंत्री केवल खोखली बयानबाजी की नौटंकी ही कर रहे हैं।