Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jul, 2017 06:46 PM
पड़ोसी राज्य नेपाल के पहाडों और आसपास के क्षेत्रों मे रुक-रुक कर हो रही तेज बारिश के चलते उत्तर प्रदेश मे गोंडा के कर्नलगंज और....
गोंडा: पड़ोसी राज्य नेपाल के पहाडों और आसपास के क्षेत्रों मे रुक-रुक कर हो रही तेज बारिश के चलते उत्तर प्रदेश मे गोंडा के कर्नलगंज और तरबगंज तहसील क्षेत्रों मे बढ़ रही घाघरा और सरयू नदी के समीपवर्ती करीब 157 गांव के परिवारों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। घाघरा और सरयू में आने वाली बाढ़ की विभीषिका से ग्रामीणों को सुरक्षित रखने के लिए दोनों तहसील क्षेत्रों में ऐल्गिन-चड्सडी, परसपुर-धौरहरा, आदमपुर-रेवली और भिखारीपुर-सकरौर बांध बने हैं।
बांधों को असुरक्षित माना जा रहा है। बांधों में बरसाती गड्ढों, दरारों, रिसाव और कटान के कारण तटबंधों की स्थिति नाजुक बनी रहती है। इन दिनों तटवर्ती निचले हिस्सों में बसे गांवों मे जलभराव के कारण तबाही की आशंका से भयभीत अधिकांश ग्रामीण परिवारों ने पलायन कर बांधों और सुरक्षित स्थानों पर डेरा जमाना शुरू कर दिया है। कर्नलगंज तहसील के नकहरा, घरकुईया, प्रतापपुर, काशीपुर, रेकसडिया व अन्य गांव घाघरा जलस्तर बढऩे से पानी से घिरे है।
इसके अतिरिक्त तरबगंज तहसील क्षेत्र के दुर्गागंज माझा, सौनौली मोहम्मदपुर, ऐली पसरौली व कई अन्य गांवो में सरयू नदी का पानी घुसना शुरू हो गया है। इधर,अन्य इलाकों में गत 24 घंटों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिले में बने चारों बांधों पर मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। सभी 26 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर एलर्ट कर दिया गया है। प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।