Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Oct, 2017 11:24 AM
पुलिस महानिदेशक (रेलवे उप्र) लखनऊ के आदेशानुसार अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाए जा रहे है। जिस अभियान के अन्तर्गत जीआरपी थाना प्रभारी अशोक सिसोदिया ने चैकिंग के दौरान योगेन्द्र त्यागी को गिरफ्तार ....
सहारनपुरः पुलिस महानिदेशक (रेलवे उप्र) लखनऊ के आदेशानुसार अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाए जा रहे है। जिस अभियान के अन्तर्गत जीआरपी थाना प्रभारी अशोक सिसोदिया ने चैकिंग के दौरान योगेन्द्र त्यागी को गिरफ्तार किया है। जीआरपी ने जब पूछताछ की तो उसने अपने को आर्मी का कर्नल बताते हुए अपना रौब दिखाया।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल जब पुलिस को युवक पर शक हुआ तो उन्होंने युवक की तलाशी ली। जिसमें आरोपी युवक के पास से 3 मोबाइल फोन, 1 चोरी का लेडीज पर्स और 1500 रुपए नगद और फर्जी चोरी की 4 एफआईआर मेरठ, हरिद्वार, निजामुद्दीन, फरीदाबाद और चंढीगढ़ आर्मी अधिकारी बनकर लिखवाई गई थी। जो नाम पता बदलकर अलग-अलग प्रान्तों के थाना जीआरपी पर दर्ज कराई गई थी।
खुद को बताया MBA पास
पूछताछ में युवक ने अपने को एमबीए पास बताया है जो किराया बचाने के लिए सैन्य अधिकारी बनकर एसी कोच में सफर करता था। पुलिस ने बताया कि युवक के पास से एक सीआरपीएफ का आई कार्ड भी बरामद हुआ है। जीआरपी ने गंभीर धाराओं में चालान कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
क्या कहना है जीआरपी थाना प्रभारी का?
जीआरपी थाना प्रभारी अशोक सिसौदिया ने बताया कि आरोपी योगेंद्र त्यागी फर्जी आर्मी अफसर बनकर एसी कोचों में सफर किया करता था और चोरी की वारदात को अंजाम देता था। बताया कि आरोपी युवक ने 6 राज्यों में थाना जीआरपी में फर्जी सामान गुम होने की रिपोर्ट दर्ज करा रखी है। इसी आधार पर वो पुलिस को अपने विश्वास में लेकर एसी कोच में सफर किया करता था।