Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jan, 2018 06:40 PM
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में साल के पहले दिन ही एक मुस्लिम महिला 3 तलाक का शिकार हो गई। दहेज का नाम पर प्रताड़ित करने वाले शौहर ने बच्चा ना होने की दलील देकर पहले तो बीबी की पिटाई की और फिर 3 तलाक बोलकर घर से निकाल दिया।
मेरठ(आदिल रहमान): उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में साल के पहले दिन ही एक मुस्लिम महिला 3 तलाक का शिकार हो गई। दहेज का नाम पर प्रताड़ित करने वाले शौहर ने बच्चा ना होने की दलील देकर पहले तो बीबी की पिटाई की और फिर 3 तलाक बोलकर घर से निकाल दिया। तलाक देने का बाद शौहर ने अपनी बीबी को एक तलाकनामा भी थमा दिया।
जानकारी के अनुसार मेरठ के इंचौली इलाके की निवासी उजमा परवीन की शादी 2 साल पहले लावण के घासमंडी मुहल्ले के फिरोज खान से हुई थी। इन 2 साल के दौरान फिरोज औऱ उसके परिवार ने उजमा पर बेतहाशा जुल्म ढाए, लेकिन समाज औऱ परिवार के वास्ते उजमा ने सारे जुल्म सहे। लेकिन 29 दिसंबर 2017 की दोपहर फिरोज और उसके परिवार ने उसे यह कहकर पीटना शुरू कर दिया कि वह फिरोज को औलाद नहीं दे सकी। फिरोज ने यह भी कह दिया कि वह अब दूसरी शादी करेगा और यह कहकर उसने उजमा को 3 बार तलाक बोलकर घर से बाहर निकाल दिया।
घर से निकाले जाने से पहले फिरोज ने एक तलाकनामे पर उजमा के दस्तखत भी लेने चाहे, लेकिन उसने विरोध कर दिया। परेशान उजमा की जिंदगी उजड़ गई और वह अपने भाई के साथ मायके आ गई। 2 दिनों तक उसकी फरियाद न तो पुलिस थाने में सुनी गई और न ही समाज के उन रहनुमाओं ने उसे संजीदगी से लिया जो धर्म के ठेकेदार बने फिरते है। साल के पहले दिन उजमा एसएसपी मंजिल सैनी से मिलने पहुंची, लेकिन साल के पहले दिन एसएसपी अपने दफ्तर नही पहुंची और उजमा की फरियाद कानून के कानों तक नही पहुंच सकी। पत्रकारों ने एसपी सिटी को इस मामले की जानकारी दी तो एसपी सिटी ने उजमा को इंसाफ दिलाने का वायदा किया है।