Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jan, 2018 06:32 PM
बुन्देलखण्ड के किसानों की खुशहाली के लिए ना तो कुदरत मेहरबान होती है और ना ही कोई सरकार। ताज़ा मामला बुन्देलखण्ड जिले का है। जहां एक किसान रात में जाग कर...
बुन्देलखण्डः बुन्देलखण्ड के किसानों की खुशहाली के लिए ना तो कुदरत मेहरबान होती है और ना ही कोई सरकार। ताज़ा मामला बुन्देलखण्ड जिले का है। जहां एक किसान रात में जाग कर अपने खेत में सिंचाई कर रहा था। तभी उसकी ठंड लगने से मौत हो गई।
मामला हमीरपुर में जरिया थाना क्षेत्र के करियारी गांव का है, जहां का निवासी किसान हीरालाल देर रात खेत में सिंचाई कर रहा था। तभी उसकी ठंड लगने से मौत हो गई। परिजन उसको लेकर अस्पताल भागे। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। मृतक किसान अपने पीछे 5 बेटियां और एक बेटा छोड़ गया है। मृतक किसान के पास सिर्फ 4 बीघे ज़मीन थी। इसी के सहारे उसका घर परिवार और साल भर का खर्च चल रहा था।
मृतक हीरालाल ने पिछले साल साहूकारों और बैंक से 2 लाख रूपए का कर्ज़ लेकर 2 बेटियों की शादी की थी। वो कर्ज़ अभी तक अदा नहीं हो सका, और हीरालाल की मौत हो गई। दरअसल इन दिनों इलाके में अन्ना जानवरों से किसान बेहद परेशान है। जिस किसान के खेत में अन्ना जानवर घुस जाते हैं। उसका खेत मिनटों में साफ कर देते हैं। ऐसे में किसानों को सदमा लगता है और उसकी मौत हो जाती है।
लोगों का कहना है की सदमे की वजह से एक हफ्ते में 9 किसानों की मौत हो गई है, सरकारों ने अन्ना जानवरों से निजात दिलाने के लिए कई बार घोषणा की लेकिन हल कोई नहीं निकाला।