Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Nov, 2017 11:12 AM
उत्तर प्रदेश के एडीजी ने क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स पोर्टल से पुलिस विभाग की गोपनीय सूचनाएं बाहर जाने की आशंका जताई है। थानों में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटरों...
नोएडाः उत्तर प्रदेश के एडीजी ने क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स पोर्टल से पुलिस विभाग की गोपनीय सूचनाएं बाहर जाने की आशंका जताई है। थानों में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटरों के नौकरी छोड़कर जाने और दूसरे विभाग में ट्रांसफर किए जाने के कारण यह आशंका बढ़ी है। इसलिए एडीजी ने एसएसपी को सभी थानों में सीसीटीएनएस पोर्टल का पासवर्ड बदलने का निर्देश दिया है। उन्होंने पोर्टल में थानाध्यक्षों के रूचि न लेने पर भी नाराजगी जताई है।
जानकारी के मुताबिक पुलिस को पारदर्शी और जवाबदेह बनाने के लिए सीसीटीएनएस पोर्टल की शुरुआत की गई है। सभी राज्य इस पोर्टल से एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। इसकी मदद से पुलिस अपराधियों के बारे में आसानी से पता लगा सकती है। सभी थानों में इस पोर्टल के जरिए ही ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। इसके लिए आईओ, थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस अफसरों का अलग-अलग पासवर्ड दिया गया है। एडीजी आशुतोष पांडेय ने निर्देश जारी कर कहा है कि यूजर आईडी और पासवर्ड गोपनीय है। अक्सर पुलिस अधिकारी पोर्टल पर कंप्यूटर ऑपरेटरों की मदद लेते हैं।
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में कई कंप्यूटर ऑपरेटर और अन्य कर्मचारी बेहतर पदों के लिए पुलिस सेवा छोड़कर जा चुके हैं। ऐसी स्थिति में इन यूजर आईडी व पासवर्ड के लीक होने का खतरा है। एडीजी ने सभी अधिकारियों को समय-समय पर पासवर्ड बदलने का निर्देश दिया है। साथ ही थानाध्यक्षों के पोर्टल पर उम्मीद के अनुसार रुचि न लेने पर भी नाराजगी जताई है। थानाध्यक्ष कंप्यूटर ऑपरेटर या अन्य कर्मचारी पर इसकी जिम्मेदारी डाल देते हैं। इससे पोर्टल का अपेक्षा के मुताबिक लाभ नहीं मिल पा रहा है। एडीजी ने सभी थानाध्यक्षों को घटते क्रम में 10 महत्वपूर्ण सूचनाओं को पोर्टल पर अपडेट कराने में खुद रुचि लेने का निर्देश दिया है। वहीं, इस मामले में एसएसपी लव कुमार का कहना है कि शासन से मिले निर्देश का पालन कराया जा रहा है।