Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Sep, 2017 10:57 AM
सहारनपुर में भड़की सांप्रदायिकता हो या गोरखपुर अस्पतालों में बच्चों की मौत इन सब मामलों ने योगी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए है...
लखनऊः सहारनपुर में भड़की सांप्रदायिकता हो या गोरखपुर अस्पतालों में बच्चों की मौत इन सब मामलों ने योगी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए है। यूं कहे तो इन मामलों ने राजनीतिक गलियारों के साथ-साथ यूपी का माहौल भी गरमा दिया है। आलम यह है कि सड़क से विधानसभा तक योगी सरकार के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं। वहीं कानून-व्यवस्था के सवाल पर हो रहे हमलों के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद इसकी कमान संभाल ली है।
वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग कर लेंगे अफसरों की क्लास
बता दें योगी आदित्यनाथ आगामी त्योहारों को लेकर शनिवार को अफसरों की पेंच कसेंगे। सीएम योगी वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिये मण्डल और ज़िला स्तर के अफसरों से बात भी करेंगे।
आज रात 8.30 बजे से समीक्षा बैठक शुरु
वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग का मकसद अफसरों को प्रदेश में अपराध रोकने के लिए ब्लूप्रिंट तैयार करने का आदेश देना है। शनिवार रात 8.30 बजे योगी आदित्यनाथ योजना भवन से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग करेंगे। योगी वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए मोहर्रम, नवरात्रि और दशहरा पर सुरक्षा और क़ानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे।
इन मामलों ने गर्माया यूपी का माहौल
वहीं यूपी में कानून व्यवस्था पटरी पर आती नहीं दिख रही है। योगी सरकार के अब तक के 6 महीने के कार्यकाल में सहारनपुर में सांप्रदायिकता, मथुरा में सर्राफ हत्याकांड, गोरखपुर के बीआरडी कॉलेज में अॉक्सीजन की कमी से 172 बच्चों की मौत, आगरा में बीजेपी नेता नाथूराम वर्मा की गोली मारकर हत्या आदि मामलों ने योगी सरकार पर कई सवाल खड़े कर दिए है।
लगातार कर रहे हैं बैठक
वहीं सीएम पद की कमान संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ कानून व्यवस्था को लेकर लगातार प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार एक्शन में दिख रहे हैं और उनकी इस सक्रियता का असर प्रशासन पर भी दिख रहा है। कानून-व्यवस्था में सुधार के योगी के आदेश के बाद यूपी का प्रशासन हरकत में आ गया है।
गौरतलब है कि यूपी में चुनाव के दौरान बीजेपी ने जोरशोर से प्रदेश में खराब कानून-व्यवस्था का मसला उठाया था। बीजेपी द्वारा बार-बार यह कहा गया कि प्रदेश में महिला हो, व्यापारी या आम जन कोई भी सुरक्षित नहीं है। इसलिए बीजेपी की सरकार बनने के बाद कानून-व्यवस्था को लेकर लोगों की अपेक्षाएं काफी ज्यादा हैं।