बैंकों के साथ धोखाधड़ी के आरोप में कोठारी के आवास पर छापा, CBI की पूछताछ जारी

Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Feb, 2018 02:08 PM

cbi raids on kothari s residence for cheating with banks

सीबीआई ने बैंकों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में मशहूर उद्योगपति और रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी के आवास पर छापा मारा। सीबीआई और प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) की संयुक्त टीम ने कोठारी के तिलकनगर स्थित आवास पर छापा मारा और दस्तावेज खंगाले।

कानपुर: सीबीआई ने बैंकों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में मशहूर उद्योगपति और रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी के आवास पर छापा मारा। सीबीआई और प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) की संयुक्त टीम ने कोठारी के तिलकनगर स्थित आवास पर छापा मारा और दस्तावेज खंगाले। अधिकृत सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने उद्योगपति के खिलाफ मनी लाड्रिंग का मामला दर्ज कर लिया है। कोठारी परिवार के सभी सदस्यों के पासपोर्ट और मोबाइल कब्जे में ले लिए हैं। पत्नी और बेटे समेत कोठारी से सीबीआई पूछताछ कर रही है। उनकी सभी चल और अचल संपत्ति के कागजों की पड़ताल की जा रही है।
PunjabKesari
आवास पर छापा मारने के साथ ही टीम ने कंपनी के सिटी सेंटर मॉल रोड स्थित ऑफिस और पनकी स्थित रोटोमैक फैक्ट्री पर भी छापे की कार्रवाई की। सीबीआई और ईडी एक-एक कागजात को कब्जे में लेकर उनकी जांच कर रही है। कोठारी पर आरोप है कि उन्होने बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और यूनियन बैंक से लिए करीब 800 करोड़ रूपए के कर्ज को लेकर धोखाधडी की। वही कोठारी का कहना है कि उनके ऊपर भागने के आरोप गलत है। वह कहीं नहीं गए। उनका मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिव्यूनल (एनसीएलटी) में विचाराधीन है और वह ऋणों के सेटलमेंट के लिए बैंकों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
PunjabKesari
इस मामले में कोठारी ग्रुप के वकील शरद बिरला का कहना है कि कोठारी कहीं फरार नहीं थे। वह कानपुर में थे और बैंको से लगातार संपर्क में थे। सूत्रों के अनुसार कोठारी ने इलाहाबाद बैंक से 352 करोड़, यूनियन बैंक से 485 करोड़ समेत 5 बैंकों से करीब 800 करोड़ का कर्ज लिया है। आरोप है कि रोटोमैक ने कर्ज नहीं चुकाया और इसके लिए बैंकों ने नियमों को ताक पर रखा। बैंक ऑफ बड़ौदा की शिकायत पर सीबीआई ने कोठारी के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके बाद अफसरों ने उनके ठिकानों पर छापेमारी शुरू की।
PunjabKesari
गौरतलब है कि बैंकों ने उद्योगपति पर आरोप लगाया था कि विक्रम कोठारी ने कथित तौर पर न लोन की रकम लौटाई और न ही ब्याज दिया। इसपर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दिशा निर्देशों पर एक आधिकारिक जांच कमेटी गठित की गई। कमेटी ने 27 फरवरी 2017 को रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लि. को विलफुल डिफॉल्टर (जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला) घोषित कर दिया। कमेटी ने लीड बैंक की पहल पर यह आदेश पारित किया था।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!