Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 May, 2017 03:21 PM
यूपी सरकार द्वारा दी जाने वाली यश भारती पैंशन पर रोक लगने पर भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सिंह राणा ने योगी सरकार को पत्र लिखा है।
लखनऊ: यूपी सरकार द्वारा दी जाने वाली यश भारती पैंशन पर रोक लगने पर भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सिंह राणा ने योगी सरकार को पत्र लिखा है। उन्होंने मांग की है कि उनकी पैंशन को दोबारा शुरू किया जाए क्योंकि उनका गुजारा इसी से चलता है। यश भारती पैंशन के तहत यश भारती सम्मान और पद्म पुरस्कार पाने वाले 172 लोगों को हर महीने 50 हजार रुपए की पैंशन दी जा रही थी। अखिलेश सरकार के समय शुरू हुई इस पैंशन पर जब तब सवाल उठते रहे थे।
यश भारती पैंशन में कथित अनियमितताओं को लेकर संस्कृति मंत्रालय ने योगी सरकार को पत्र लिखकर इसकी समीक्षा की मांग की थी। यह पैंशन पाने वालों में कांग्रेस नेता राज बब्बर समेत क्रिकेटर सुरेश रैना तक शामिल हैं। एक आर.टी.आई. द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक यश भारती पैंशन पर राज्य सरकार अब तक 9.11 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है।
नरेंद्र सिंह राणा ने योगी सरकार को पत्र लिख कहा कि 50 हजार रुपए की यह पैंशन प्रदेश का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने वालों को दी जाती है। वर्तमान में यह पैंशन रोक दी गई है। इससे बहुत लोगों का गुजारा चलता है जिसमें मैं भी हूं। राणा ने मांग की है कि इसे पुन: बहाल किया जाए। उन्होंने बताया है कि उन्हें अंतर्राष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग कोच होने के नाते यह पैंशन दी जाती थी।
यश भारती की शुरूआत 1994 में मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री रहते हुई थी लेकिन अगले ही साल मुख्यमंत्री बनीं मायावती ने इसे खत्म कर दिया था। पिछले साल तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यश भारती और यूपी से पद्म पुरस्कार पाने वाली विभूतियों को 50 हजार रुपए हर महीने पैंशन देने का आदेश दिया था। इससे पहले यश भारती के तहत एकमुश्त राशि दी जाती थी। यश भारती पाने वालों में अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन जैसी हस्तियां भी शुमार हैं, हालांकि वे पैंशन नहीं लेते।