Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Dec, 2017 10:15 AM
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी पत्नी डिंपल यादव के संसदीय क्षेत्र में भी पार्टी की पहचान नहीं बचा सके। निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले कन्नौज में सपा का खाता तक नहीं खुल सका। सपा का यहां सूपड़ा साफ हुआ तो...
कन्नौज: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी पत्नी डिंपल यादव के संसदीय क्षेत्र में भी पार्टी की पहचान नहीं बचा सके। निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले कन्नौज में सपा का खाता तक नहीं खुल सका। सपा का यहां सूपड़ा साफ हुआ तो बीजेपी ने अपनी पुरानी सीट कन्नौज नगर पालिका गंवा दी।
बता दें कि छिबरामऊ और सौरिख में नगर पालिका में जीत दर्जकर बीजेपी ने इस बार 2 सीट अपने नाम की है। वहीं कांग्रेस अपनी सीट गंवाकर जीरो पर पहुंच गई। बसपा ने कन्नौज में इस बार 2 सीटों पर कब्जा किया है। 2012 में बसपा को एक भी सीट नहीं मिली थी। वहीं सबसे ज्यादा कमाल निर्दलियों ने किया है, जिन्होंने 4 सीटों पर अपनी जय-जयकार करा ली।
चुनाव परिणामों पर सपा के जिलाध्यक्ष मुन्ना ने कहा कि वह जनता के जनादेश का सम्मान करते हैं। पूरे जिले में सपा कोई सीट नहीं जीत पाई, इसकी गहन समीक्षा होगी। बागी प्रत्याशियों ने सपा उम्मीदवारों की जीत में रोड़ा लगाया है। बागियों के खिलाफ पार्टी जल्द ही कार्रवाई करेगी।