Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 May, 2017 09:42 AM
एक संगठन ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर जिले में 150 दलितों के बौद्ध धर्म स्वीकार करने का दावा किया है लेकिन....
बरेली: एक संगठन ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर जिले में 150 दलितों के बौद्ध धर्म स्वीकार करने का दावा किया है लेकिन जिला प्रशासन नेे एेेसे किसी भी धर्मांतरण की घटना से इंकार किया है।
भारतीय बौद्घ धम्म दर्शनसार सोसाइटी एवं अनुसन्धान केंद्र बरेली के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र मौर्या ने दावा किया कि 10 मई को बुद्घ जयंती के अवसर पर 150 दलितों ने बौद्घ धर्म की दीक्षा ली थी और यह हर वर्ष चलने वाली अनवरत प्रक्रिया है। उन्होंने दावा किया कि दलित इज्जत की खातिर बौद्घ धर्म अपनाने को मजबूर हैं, सैंकड़ो दलित परिवार धर्मांतरण करने की इच्छा जताई है लेकिन उनका समाज इस बात का प्रचार प्रसार नहीं चाहते है।
जिलाधिकारी पिंकी जोवल ने कहा कि धर्मांतरण की खबरों पर प्रशासन ने अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट और सर्किल आफिसर स्तर के अधिकारियों को जांच करने को कहा था और जांच में मालूम हुआ कि एेसा कोई ‘दीक्षा’ का कार्यक्रम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जांच अधिकारी ने दलित नेताआें और बौद्ध धर्म गुरूआें से मुलाकात की और उन्होंने एेसे किसी धर्मांतरण से साफ इंकार किया।