Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 07 Jun, 2020 08:56 PM
उत्तर प्रदेश में फर्जीवाड़े का जाना-माना चेहरा बनकर उभरी 25 जिलों में बतौर शिक्षिका का काम करने वाली अनामिका या प्रिया नहीं बल्किं सुप्रिया सिंह निकलीं। पूछताछ में उसने ना केवल अपने नाम बदलकर बताए...
लखनऊः उत्तर प्रदेश में फर्जीवाड़े का जाना-माना चेहरा बनकर उभरी 25 जिलों में बतौर शिक्षिका का काम करने वाली अनामिका या प्रिया नहीं बल्किं सुप्रिया सिंह निकलीं। पूछताछ में उसने ना केवल अपने नाम बदलकर बताए, बल्कि पता भी गलत बताया। उनके इस करनी ने साबित कर दिया है कि नाम में क्या रखा, याद तो कर्म किया जाता है।
STF की टीम ने की पूछताछ
बता दें कि पुलिस पुलिस उसकी जानकारियों को जांच में शामिल कर रही है। पुलिस अब उसके असली नाम के पहचान पत्र को हासिल करने में जुटी है। वहीं पकड़ी गई शिक्षिका से पूछताछ करने रविवार को STF आगरा की टीम पहुंची। दोपहर को करीब दो घंटे तक पूछताछ कर तमाम जानकारियां हासिल की। दोपहर बाद आरोपी शिक्षिका को पुलिस ने अदालत में पेश किया। जहां से कोर्ट ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
कोतवाली प्रभारी सोरों रिपुदमन सिंह ने बताया कि पकड़ी गई महिला शिक्षिका का नाम सुप्रिया सिंह पता चला है। वह कायमगंज के समीप गांव रजपालपुर के निवासी महीपाल सिंह की पुत्री है। शासन से निर्देश के बाद पुलिस की टीम गांव में जांच करने पहुंची थी। वहीं कोतवाली में बंद फर्जी शिक्षिका सुप्रिया सिंह से एसटीएफ ने काफी देर तक जानकारियां हासिल कीं। एसटीएफ की पूछताछ पूरी होने के बाद सुरक्षा के बीच आरोपी शिक्षिका को कोर्ट के समक्ष पेश किया। कोर्ट ने आरोपी महिला शिक्षिका को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए। जिस पर पुलिस उसे जिला जेल ले गई।