Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 10 Jun, 2021 11:42 AM
यूपी के फर्रुखाबाद में कोरोना काल में अपने पति की लंबी आयु के सुहागिन महिलाएं आज के दिन वट वृक्ष की पूजा अर्चना की। सुहागिनों ने पति की लम्बी उम्र और सुख शांति के लिए वट वृक्ष की पूजा की। नव विवाहिताओं में वट सावित्री पूजा को लेकर खास उत्सा...
फर्रुखाबादः यूपी के फर्रुखाबाद में कोरोना काल में अपने पति की लंबी आयु के सुहागिन महिलाएं आज के दिन वट वृक्ष की पूजा अर्चना की। सुहागिनों ने पति की लम्बी उम्र और सुख शांति के लिए वट वृक्ष की पूजा की। नव विवाहिताओं में वट सावित्री पूजा को लेकर खास उत्साह दिख रहा है। वट वृक्ष को आम, लीची सरीखे मौसमी फल अर्पित करने, कच्चे सूत से बांधने और बियेन (हथ पंखा) से ठंडक पहुंचाने के बाद महिलाओं ने आस्था के साथ इसकी परिक्रमा की।
पूजा के बाद वट सावित्री कथा भी सुनी जाती है। जेयष्ठ मास के आमावस्या के दिन पड़ने वाले इस पर्व मे सुहागिन महिलाओं ने पुजा की थाली सजाकर वट वृक्ष की बारह बार परिक्रमा की और फल फुल चढ़ाकर सुख समृद्धि और पति की लंबी आयु की कामना करती है। इस व्रत की महत्ता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है किघरों से नई नवेली दुल्हनों के साथ सुहागिन महिलाएं बरगद पेड़ के नीचे पहुंच पूरे दिन पूजा अर्चना करने में लगी रहती है।
व्रती महिलाओं के अनुसार इस व्रत को सबसे पहले सावित्री ने अपने पति सत्यवान की प्राण को यमराज से वापस मांगकर लाई थी, जब से इस व्रत को सुहागिने करती चली आ रही है वट सावित्री व्रत में महिलाएं बरगद की परिक्रमा करती हैं। कहते हैं कि गुरुवार को वट सावित्री पूजन करना बेहद फलदायक होता है। इस दिन महिलाएं सुबह से स्नान कर लेती हैं और सुहाग से जुड़ा हर श्रृंगार करती हैं।