Edited By Purnima Singh,Updated: 21 Feb, 2025 01:50 PM

साइबर अपराधियों का हौसला दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। वहीं लोग डर के कारण आसानी से इनका शिकार बन जाते हैं। लोगों को लाखों-करोड़ों की चपत लगाकर ये अपराधी खुले में घूमते हैं। ऐसा ही डिजिटल अरेस्ट का एक मामला नोएडा से सामने आया है। नोएडा की एक...
आगरा : साइबर अपराधियों का हौसला दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। वहीं लोग डर के कारण आसानी से इनका शिकार बन जाते हैं। लोगों को लाखों-करोड़ों की चपत लगाकर ये अपराधी खुले में घूमते हैं। ऐसा ही डिजिटल अरेस्ट का एक मामला नोएडा से सामने आया है। नोएडा की एक कंपनी में कार्यरत एक युवती को साइबर अपराधियों ने 4 दिन डिजिटल अरेस्ट किया। आधार कार्ड से कूरियर में प्रतिबंधित ड्रग और फर्जी पासपोर्ट भेजने का आरोप लगाकर धमकाया। इतना ही नहीं अपराधियों ने सीबीआई का फर्जी नोटिस तक भेज दिया। फिर पुलिस अधिकारी बनकर वीडियो कॉल की और खाते में
13.41 लाख रुपये जमा करा लिए।
वेस्ट अर्जुन नगर, शाहगंज निवासी नेहा नोएडा की एक कंपनी में कार्यरत हैं। उन्होंने अपने साथ हुई ऑनलाइन गिरफ्तारी की शिकायत साइबर थाने में की। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। नेहा ने पुलिस को बताया कि उनके पास 8 फरवरी को एक फोन कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ब्लूडार्ट कंपनी से राहुल बताया। कॉल पर राहुल ने कहा कि आपके नाम से एक कूरियर बैंकाक भेजा जा रहा था, जिसका रिसीवर नेम जियांग है।
बैंकाक भेजे जा रहे कूरियर में 5 पासपोर्ट, 3 डेबिट कार्ड, एक लैपटॉप, कुछ कपड़े, 5 हजार यूएसडी कैश, 500 ग्राम एमसीएमडी ड्रग बरामद की गई है। एमसीएमडी ड्रग इंडिया में प्रतिबंधित है। यह ड्रग किसी के भी पास मिलने पर 10 साल तक की सजा हो सकती है। आपके पार्सल में तो 500 ग्राम ड्रग बरामद की गई है। इसी बात का झांसा देकर साइबर अपराधी ने 13.41 लाख का फ्रॉड किया।