Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 16 May, 2021 04:01 PM
कोरोना काल में इम्युनिटी यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में आयुर्वेद अहम भूमिका निभा रहा है। घरेलू उपाय इसमें अधिक कारगर साबित हो रहे हैं। वर्तमान में संक्रमण से बचने के लिए
औरैयाः कोरोना काल में इम्युनिटी यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में आयुर्वेद अहम भूमिका निभा रहा है। घरेलू उपाय इसमें अधिक कारगर साबित हो रहे हैं। वर्तमान में संक्रमण से बचने के लिए रोग प्रतिरोधिक क्षमता का मजबूत होना बेहद जरूरी है। इसे सिफर् दवा ही नहीं, बल्कि घरेलू उपायों से भी बढ़ाया जा सकता है। जिले के क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डॉक्टर कप्तान सिंह लोगों को कोविड-19 से सुरक्षा एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के टिप्स दे रहे हैं।
डॉक्टर सिंह बताते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए घर के रसोई घर में मौजूद मसाले रामबाण हैं। इसे चाय या दूध में पकाकर भी पिया जा सकता है। मसाले में सोंठ 50 ग्राम, छोटी पीपर 30 ग्राम, काली मिर्च 30 ग्राम, दालचीनी 100 ग्राम, तेजपत्ता 50 ग्राम, लौंग 20 ग्राम व मुलेठी 50 ग्राम शामिल कर लें। सोंठ और मुलेठी को कूटकर व तेजपत्ते के डंठल तोड़कर तथा छोटी इलायची को छिलका सहित उक्त सारी सामग्री को दरदरा पीस लें। जब भी चाय बनाएं या दूध पकाएं इस पाउडर को एक चम्मच जरूर डालें। साथ में तुलसी, अदरक और हल्दी भी डालें।
उनका कहना है कि खाने में तरल और गर्म पदार्थ जैसे सूप इत्यादि का अधिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए। सब्जी में देशी पका लाल टमाटर, सहजन (मुनगा), मूंग दाल , परवल, तरोई, सोयाबीन, पनीर, करेला आदि को प्राथमिकता दें। साथ ही सफेद नमक के स्थान पर सेंधा या काला नमक तथा चीनी के स्थान पर पुराना गुड या शहद का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करें।
डा. सिंह का कहना है कि कोरोना संक्रमण सभी के लिए बेहद खतरनाक है, लेकिन कम इम्युनिटी वाले लोगों को यह आसानी से अपना शिकार बनाता है। उन्होंने बताया कि कोरोना उपचाराधीन व्यक्ति को टमाटर और मुनगा के गाढ़े सूप में जीरा व सौंफ भूनकर, काला नमक व काली मिर्च डालकर दिन में दो बार दें। इसके आलवा मांसाहारी व्यक्ति अंडा और चिकन या मटन सूप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।