Edited By Ramkesh,Updated: 25 Oct, 2022 05:14 PM

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की परंपरा में ग्रहणारंभ काल से पूर्व मंदिर का कपाट बंद करने की परंपरा रही है। इसी क्रम में आज काशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट को दोपहर 3.20 से 26 अक्टूबर को सुबह 6.02 बजे सूर्योदय तक बंद रहेंगे।
वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की परंपरा में ग्रहणारंभ काल से पूर्व मंदिर का कपाट बंद करने की परंपरा रही है। इसी क्रम में आज काशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट को दोपहर 3.20 से 26 अक्टूबर को सुबह 6.02 बजे सूर्योदय तक बंद रहेंगे। दर्शन-पूजन के साथ ही सप्तर्षि आरती, श्रृंगार भोग आरती, शयन आरती नहीं होगी। इसकी जानकारी मंदिर के मुख्य पुजारी ने दी है। भारतीय मानक समय अनुसार सायंकाल 4:22 से तथा ग्रहण का मोक्ष सूर्यास्त के बाद तक रहेगा। बता दें कि मंगल आरती के बाद संकट मोचन मंदिर में मंगला आरती के बाद कपाट को बंद किया गया है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार सूर्यग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
1- सूर्यग्रहण लगने पर पूजा-पाठ,धार्मिक अनुष्ठान और शुभ काम नहीं करना चाहिए।
2 -बच्चे, बुर्जुगों व मरीजों को छोड़कर किसी को कुछ खाना और पीना नहीं चाहिए।
3- ग्रहण के दौरान आराध्य का नाम मन में जप करना चाहिए।
4- गर्भवती स्त्रियों को इधर-उधर घूमना नहीं चाहिए।
5- गर्भवती महिलाएं ग्रहण शुरू होने से पहले और खत्म होने के बाद स्नान अवश्य करें।
6- ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कोई भी नुकीली चीज का प्रयोग करने से बचना चाहिए।
7- सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोने से बचना चाहिए।
8- खाने-पीने की सामग्री में तुलसी की पत्ती डाल देना चाहिए।