Edited By Ajay kumar,Updated: 07 Apr, 2020 06:16 PM
कोरोना महामारी को लेकर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने एक फरमान जारी किया है। शब-ए-बरात के मौके पर कब्रिस्तान और दरगाह पर न जाने की अपील की है।
अलीगढ़: कोरोना महामारी को लेकर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने एक फरमान जारी किया है। शब-ए-बरात के मौके पर कब्रिस्तान और दरगाह पर न जाने की अपील की है। बोर्ड की तरफ से लोगों को बताया गया है कि लॉकडाउन का पूर्ण रूप से पालन किया जाए। जारी बयान में कहा गया है कि लॉकडाउन का उल्लंघन यदि कोई करता है तो वह खुद ही जिम्मेदार होगा।
बता दें कि आगामी गुरुवार को शब-ए-बारात है। पहले शब-ए-बरात की रात मस्जिदों व घरों में लोग इबादत करते हैं। इसके बाद कब्रिस्तान जाते हैं और अपने परिजनों की कब्र पर फातिहा पढ़ते हैं और दरगाह में मजार पर चादरपोशी करते हैं, लेकिन इस बार ऐसा करने पर रोक लगा दी गई है।
बोर्ड के मुख्य कार्यवाहक अधिकारी एसएम शोएब ने मुतवल्लियों को भेजे पत्र में कहा कि वे लोगों को अपने घरों में ही इबादत करने के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि लॉकडाउन की अवहेलना न हो। फरमान में साफ कहा गया है कि अगर आदेश की अवहेलना होती है तो सारी जिम्मेदारी मुतवल्ली की होगी।
यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने भी दरगाहों और कब्रिस्तान के ट्रस्टी और प्रबंधन समितियों को निर्देशित किया है कि वे अपने परिसर में लोगों को प्रवेश न दें। बोर्ड ने कहा है कि लोगों को 9 अप्रैल को घरों में ही इबादत करनी चाहिए। जिससे सरकार द्वारा जारी निर्देशों एवं लॉकडाउन का पालन हो सके। एसएम शोएब ने कहा कि इस संकट की इस घड़ी में हर देशवासी का कर्तव्य है कि सरकार का सहयोग करें।