Edited By Ramkesh,Updated: 23 Aug, 2020 06:47 PM
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ)ने अमरोहा के बाद मेरठ के प्रतापुर क्षेत्र में एक गोदाम पर छापा मारकर एनसीआरटी की कूटरचित विभिन्न कक्षाओं की पुस्तकें तैयार करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मेरठ: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ)ने अमरोहा के बाद मेरठ के प्रतापुर क्षेत्र में एक गोदाम पर छापा मारकर एनसीआरटी की कूटरचित विभिन्न कक्षाओं की पुस्तकें तैयार करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ को विगत काफी समय से पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में एनसीईआरटी की कूटरचित विभिन्न कक्षाओं एवं विषयों की पुस्तकें तैयार कर बेचने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ के पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ यश के निर्देशन में प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ लखनऊ एवं पुलिस अधीक्षक मेरठ ने विभिन्न टीमों को अभिसूचना संकलन के लिए लगाया था।
उन्होंने बताया कि इसी क्रम में मेरठ एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक बृजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में टीमेेेें गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया। उन्होंने बताया कि एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ की टीम को मुखबिरों के माध्यम से ज्ञात हुआ कि जिले में एनसीईआरटी की कूटरचित विभिन्न कक्षाओं/विषयों की पुस्तकें तैयार कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और देश विभिन्न राज्यों में बेची जा रही हैं। प्रवक्ता ने बताया कि इसी क्रम में शनिवार दोपहर बाद मुखबिर के माध्यम से ज्ञात हुआ कि मेरठ जिले के परतापुर इलाके के अछरोड़ से ग्राम काशी मार्ग पर एक गोदाम हैं, जिसमें एनसीईआरटी की किताबें फर्जी तरीके से छापकर देश के विभिन्न राज्यों व जिलो में बेची जा रही हैं। इस सूचना पर एसटीएफ के उपनिरीक्षक संजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम रवाना की गयी तथा थाना परतापुर पुलिस की टीम को साथ लेकर बताये गये गोदाम में छापा मारकर बड़ी संख्या में कूटरचित किताबों की बरामदगी की गयी । उन्होंने बताया कि मौके से फर्जी पुस्तकें छापने वाले गिरोह के चार सदस्यो शिवम,राहुल, सुनील कुमार (सुपरवाईजर) और आकाश (माकेर्टिग) को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 8,90,439 एनसीआरटी की कूटरचित विभिन्न कक्षाओं एवं विषयों की किताबें और उनके छापने के लिए काम आने वाले क्म्प्यूटर, छपाई मशीन और अन्य सामान बरामद किया।
प्रवक्ता ने बताया कि पकड़े गये आरोपियो ने पूछताछ पर बताया कि यह फर्म संजीव गुप्ता जो मो0 भाटवाडा, दुर्गा मन्दिर के पास बुढाना गेट में रहता है एवं उनके भतीजे सचिन गुप्ता की हैं। यह गोदाम राहुल गुप्ता के नाम हैं, जो संजीव गुप्ता व सचिन गुप्ता ने लगभग डेढ़ साल से किराये पर ले रखा है। हम लोग फर्जी तरीके से बुक खरीदने का बिल तैयार करते हैं। एनसीईआरटी की विभिन्न कक्षाओं की किताबों की कूटरचना कर फर्जी तरीके से छापकर तथा फर्जी तरीके से बिल आदि तैयार कर सप्लाई करते हैं। इस कार्य में करीब आठ साल से लिप्त हैं इस अवैध कार्य से अब तक लगभग 35 40 करोड़ रूपयों की सम्पत्ति बना चुके है। उन्होंने बताया कि सुनील कुमार सुपरवाईजर ने यह भी बताया कि यह एनसीईआरटी की कूटरचित किताबें संजीव गुप्ता व सचिन गुप्ता की प्रिटिंग प्रेस टीएनएचके प्रिन्टर एण्ड पब्लिकेशन मोहकमपुर इन्क्लैव, दिल्ली रोड मेरठ में छपवाकर व तैयार कर विकास त्यागी व नफीस द्वारा यहॉ भेजी जाती हैं तथा कुछ किताबें औद्योगिक क्षेत्र पैराडाईज होटल के सामने निकट अमरोहा जिले के गजरौला स्थित प्रिन्टिंग प्रेस से तैयार होकर यहॉ आती हैं और यहॉ से मांग के अनुसार भारत के अन्य राज्यों के थोक विक्रेताओं को सप्लाई की जाती हैं। इन दोनों प्रिन्टिंग पे्रस को सील करने एवं सैम्पल लेने की कार्यवाही थाना परतापुर पुलिस द्वारा की जा रही हैं। प्रवक्ता ने बताया कि इस सिलसिले में थाना परतापुर मेरठ में धारा 420/467/468/471/472/201 भादवि व 63 कॉपी राईट अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कराया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस अन्य लोगों की तलाश कर रही है।