Edited By Ramkesh,Updated: 20 Feb, 2025 07:18 PM

उत्तर प्रदेश का संभल जिला बीते साल के आखिर में काफी चर्चा में रहा था। नवंबर महीने में यहां स्थित शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा फैल गई थी जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी और बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए थे। पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते...
संभल: उत्तर प्रदेश का संभल जिला बीते साल के आखिर में काफी चर्चा में रहा था। नवंबर महीने में यहां स्थित शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा फैल गई थी जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी और बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए थे। पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए संभल हिंसा में लिप्त कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस बीच हिंसा के मामले में गिरफ्तार एक आरोपी ने अब तक का सबसे बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि वाट्सप पर वर्क नाम से ग्रुप बनाया गया था जो कि हिंसा से एक दिन पहले भीड़ को इकट्ठा करने के लिए प्रयोग किया गया था।
आरोपी ने बताया है कि संभल में हिंसा के दौरान वकील विष्णु शंकर जैन को मारने की प्लानिंग की गई थी। हथियार सप्लाई करने वाला संभल हिंसा का आरोपी को पुलिस ने गुलाम को गिरफ्तार कर लिया है। वह शारिक साठा गैंग से जुड़ा था अधिवक्ता को मारने की योजना बना रहा था। इस बात का पुलिस ने खुलासा किया है। आरोप है कि संभल के पूर्व सांसद डॉ शफ़ीक़ उर रहमान वर्क के संरक्षण में शारिक साठा और उसकी गैंग फल फूल रहा था। संभल हिंसा मामले में आरोपी गुलाम को गिरफ्तार किया गया है। जिसने विदेशी हथियार सप्लाई किए थे। आरोपी के पास से विदेशी हथियार और कारतूस बरामद हुए हैं। व्हाट्सएप ग्रुप के बारे में भी जानकारी मिली है। जंगली एप्प के जरिए शारिक साटा के संपर्क में था। इस एप्प में डाटा स्टोर नही होता। शारिक साटा की पत्नी का फोन भी गुलाम के पास मिला है। एक स्थानीय व्यक्ति में शारिक साटा को मस्जिद के सर्वे के बारे में बताया था जिसके बाद शारिक साटा ने गुलाम के साथ मिलकर प्लान बनाया।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि 2014 में सदर विधायक इकबाल महमूद के बेटे पर जलवा हमले करने का भी आरोपी गुलाम ही है। आरोपी पर 20 से अधिक संगीन मामलों में केस दर्ज, जामा मस्जिद सर्वे को लेकर हुई हिंसा का मामले में भी आरोपी है। गौरतलब है कि संभल में पिछली 19 नवंबर को एक स्थानीय अदालत द्वारा मुगलकालीन शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण कराए जाने का आदेश दिए जाने के बाद से तनाव की स्थिति थी। उसके बाद 24 नवंबर को मस्जिद के दूसरे सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई थी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी तथा अनेक अन्य घायल हो गए थे।