Edited By Mamta Yadav,Updated: 27 Mar, 2024 02:45 AM
उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में नामांकन स्थल पर उसे समय बखेड़ा खड़ा हो गया जब पुलिसकर्मियों ने समाजवादी पार्टी की प्रत्यशी इकरा हसन के साथ नामांकन कराने आये सपा नेता प्रोफेसर सुधीर पवार की लाल टोपी उतरवा दी। टोपी उतरवाए जाने से भड़के समाजवादी पार्टी...
Shamli News, (पंकज मलिक): उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में नामांकन स्थल पर उसे समय बखेड़ा खड़ा हो गया जब पुलिसकर्मियों ने समाजवादी पार्टी की प्रत्यशी इकरा हसन के साथ नामांकन कराने आये सपा नेता प्रोफेसर सुधीर पवार की लाल टोपी उतरवा दी। टोपी उतरवाए जाने से भड़के समाजवादी पार्टी के नेता ने पुलिसकर्मियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई।
दरअसल, मामला उत्तर प्रदेश के जनपद शामली का है। जहां पर मंगलवार को नामांकन करने के लिए पहुंची समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी इकरा हसन के साथ उनके प्रस्तावक प्रोफेसर सुधीर पंवार पहुंचे जो की लाल टोपी लगाए हुए थे। जब पुलिस ने उन्हें लाल टोपी लगाए हुए देखा और वह नामांकन स्थल के अंदर जाने लगे तो पुलिस कर्मियों ने उन्हें लाल टोपी उतारने के लिए कहा लेकिन नेता जी ने टोपी नहीं उतारी तो पुलिसकर्मियों ने उनसे फिर आग्रह किया और उनकी टोपी उतरवादी। जिसके बाद समाजवादी पार्टी के नेता भड़क उठे और पुलिस कर्मियों को खरी खोटी सुनाई।
समाजवादी पार्टी के नेता प्रोफेसर सुधीर पंवार ने कहा कि पुलिस कर्मियों ने उन्हें लाल टोपी लगाने पर कहा कि लाल टोपी आपके पार्टी का प्रतिनिधित्व करती है तो पार्टी का कोई चिन्ह यहां पर अंदर नहीं ले जा सकते ऐसा कानून है तो उसे कानून को मानते हुए हमने कहा कि यदि ऐसा कुछ कानून हैं तो आप जाने लेकिन आगे फिर किसी और की भी टोपी नहीं लगनी चाहिए। जिस तरीके से रोका गया है यह गलत बात है क्योंकि टोपी भारतीय समाज का भारतीय पहनावे का प्रतीक चिन्ह है। ये लोग यदि लाल रंग पार्टी का मानते हैं तो फॉर लाल रंग बिकवाना बंद करना पड़ेगा। वहीं नामांकन कक्ष में जाते-जाते उन्होंने चुनाव आयोग में मामले की शिकायत करने की चेतावनी भी दे डाली।