Edited By Ruby,Updated: 16 Apr, 2018 06:25 PM
उत्तर प्रदेश विधान परिषद में आगामी 5 मई के बाद राष्ट्रीय लोकदल(रालोद) का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। विधान परिषद में रालोद के एकमात्र सदस्य चौधरी मुश्ताक अहमद हैं। उनका कार्यकाल आगामी पांच मई को समाप्त हो रहा है। विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव...
लखनऊः उत्तर प्रदेश विधान परिषद में आगामी 5 मई के बाद राष्ट्रीय लोकदल(रालोद) का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। विधान परिषद में रालोद के एकमात्र सदस्य चौधरी मुश्ताक अहमद हैं। उनका कार्यकाल आगामी पांच मई को समाप्त हो रहा है।
विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव हो रहा है लेकिन रालोद के किसी उम्मीदवार ने नामांकन नहीं किया है। नामांकन का आज अंतिम दिन था। चौधरी मुश्ताक अहमद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद रालोद का कोई भी सदस्य विधान परिषद में नहीं रह जाएगा।
रालोद महासचिव अनिल दुबे का कहना है कि 1998 में उनकी पार्टी की स्थापना हुई थी। उसके बाद यह पहला मौका है जब विधान परिषद में पार्टी का कोई सदस्य नहीं रहेगा।