Edited By Mamta Yadav,Updated: 19 Sep, 2024 12:53 AM
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये कहा कि कहा कि किसान, नौजवान और पिछड़े, दलितों की खुशहाली भाजपा को सत्ता से बेदखल करके समाजवादी सरकार बनने पर ही आएगी। इसलिए एक-एक कार्यकर्ता...
Lucknow News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये कहा कि कहा कि किसान, नौजवान और पिछड़े, दलितों की खुशहाली भाजपा को सत्ता से बेदखल करके समाजवादी सरकार बनने पर ही आएगी। इसलिए एक-एक कार्यकर्ता को संकल्पित होकर सन् 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने के लिए दिनरात एक करना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में बच्चियों के साथ बलात्कार और पीड़ित परिवारों के साथ अन्याय हो रहा हैं। उत्तर प्रदेश में लगातार बलात्कार जैसी शर्मनाक घटनाएं हो रही हैं। पूरे देश-दुनिया में उत्तर प्रदेश की बदनामी हो रही है। हिरासत में मौतों के मामलों में भी उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है। पीडीए को भाजपा सरकार उत्पीड़न का शिकार बना रही है। कानून व्यवस्था उसके राज में पूरी तरह चौपट है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा का सबका साथ सबका विश्वास का नारा धोखा है। 2022 में ही जनता ने भाजपा सरकार से आजादी का इरादा कर लिया था लेकिन भाजपा ने सत्ता का दुरूपयोग कर लोकतंत्र की हत्या कर सरकार बना ली। 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा को समाजवादी पार्टी ने जो सबक सिखाया उससे उसकी बौखलाहट बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार जनता बनाने जा रही है। जनता का भरोसा समाजवादी पार्टी पर है। समाजवादी कार्यकर्ता भाजपाईयों की हर साजिश और षडयंत्र का मुकाबला करने के लिए अपनी पूरी चाकचौबंद तैयारी में है। भाजपा की झूठ, अफवाह और दुष्प्रचार की राजनीति को समाजवादी और पीडीए मुकाबला करके भाजपा सरकार को पराजित करने में कोई कसर नहीं छोडेंगे।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि इस समय संविधान को बचाने की लड़ाई में कोई ढील नहीं होनी चाहिए। संविधान बचेगा तो आरक्षण बचेगा। पीडीए परिवार का विस्तार करना है। समाजवादी पार्टी समाज के हर तबके को हक और सम्मान दिलाने की पक्षधर है। इसके लिए जातीय जनगणना की मांग करती है। सभी जातियों की जनगणना कराकर उनकी संख्या के आधार पर उन्हें समानुपातिक आधार पर प्रत्येक स्तर पर हिस्सेदारी मिल सके, इसके लिए समाजवादी पार्टी जातीय जनगणना कराने के लिए संकल्पित है।