Edited By Anil Kapoor,Updated: 05 Oct, 2018 07:00 PM
उत्तर प्रदेश में फैजाबाद के अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए आमरण अनशन पर बैठे तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास के स्वास्थ्य में गिरावट आ रही है। महंत दास के आमरण अनशन का शुक्रवार को पांचवा दिन है।
अयोध्या: उत्तर प्रदेश में फैजाबाद के अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए आमरण अनशन पर बैठे तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास के स्वास्थ्य में गिरावट आ रही है। महंत दास के आमरण अनशन का शुक्रवार को पांचवा दिन है। समाजसेवी एवं अयोध्या नगर निगम की मेयर का चुनाव लड़ चुकी किन्नर गुलशन बिंदू ने आमरण अनशन पर बैठे तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास से मिलकर भरपूर समर्थन देने का ऐलान किया है।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मैं झोली फैलाकर मांग करती हूं कि जल्द से जल्द रामलला के मंदिर का निर्माण कराएं। किन्नर समाज भी चाहता है कि अयोध्या में विराजमान रामलला के स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण हो। श्रीराम अस्पताल की मेडिकल टीम ने आज परमहंस दास का स्वास्थ्य परीक्षण करके बताया कि वजन तेजी के साथ घट रहा है जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। टीम ने बताया कि महंत का वजन 95 किलो से घटकर अब 80 किलो हो गया है। इससे साफ जाहिर है कि प्रतिदिन इनका वजन 2 से 3 किलो घट रहा है जो उनके स्वास्थ्य के लिए घातक भी हो सकता है।
महंत दास ने इस बारे में पूछने पर कहा कि मेरी जान चली जाए तो कोई बात नहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या आकर रामलला का दर्शन करें और मंदिर निर्माण के लिए कोई ठोस आश्वासन दें तभी मेरा अनशन टूटेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने 100 करोड़ हिन्दुओं के साथ धोखा किया और केवल सत्ता हथियाने का काम किया है। इस अवसर पर मुख्य रूप से महंत मोदनारायण दास, महंत रामभजन दास, स्वामी दिलीप दास, नागा रामलखन दास, स्वामी छविराम दास, बालयोगी रामदास, करतलिया, महंत कृष्णादासी, सोनम किन्नर, महंत कुसुम दासी, महंत विनोद दास सहित अन्य संत धर्माचार्य उपस्थित थे।