हे भगवान! फार्मेसी के चार छात्रों ने कॉपियों में लिखा जय श्रीराम... फिर भी 56 प्रतिशत अंक से हुए पास

Edited By Ramanjot,Updated: 25 Apr, 2024 02:11 PM

oh god four pharmacy students wrote jai shri ram in their copies

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कॉपियों के मूल्यांकन को लेकर बड़ा खेला सामने आया है। जहां पर फार्मेसी प्रथम वर्ष के चार छात्र कॉपी में जय श्रीराम और भारतीय क्रिकेटरों के नाम लिखकर 56 फीसदी अंकों के साथ पास हो गए।

जौनपुर:  वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कॉपियों के मूल्यांकन को लेकर बड़ा खेला सामने आया है। जहां पर फार्मेसी प्रथम वर्ष के चार छात्र कॉपी में जय श्रीराम और भारतीय क्रिकेटरों के नाम लिखकर 56 फीसदी अंकों के साथ पास हो गए।

दरअसल, एक छात्र का आरोप था कि विश्वविद्यालय में परीक्षा के दौरान गलत जवाब देने पर छात्र भी चार छात्रों को पास किया है। यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र दिव्यांशु सिंह ने इस मामले में RTI के तहत जानकारी मांगी थी। दिव्यांशु सिंह ने तीन अगस्त 2023 को डी फार्मा के प्रथम वर्ष के 18 छात्रों के रोल नंबर उपलब्ध कराते हुए कॉपियां निकाल कर पुनर्मूल्यांकन की मांग की तो मामले का खुलासा हुआ। वहीं जब मामला यूनिवर्सिटी प्रशासन के संज्ञान में आया तो हड़कंप मच गया। अब इस मामले में परीक्षा समिति ने दो शिक्षक डॉ. आशुतोष गुप्ता और डॉ. विनय वर्मा को दोषी करार दिया है। इनके खिलाफ राजभवन पत्र भेजकर कार्यमुक्त करने की शिकायत की गई है।

छात्र ने कापी में लिखा-  जय श्री राम पास हो जाएं
यूनिवर्सिटी की तरफ से मुहैया करवाई गई जानकारी के मुताबिक बार कोड संख्या 4149113 की कॉपी में छात्र ने लिखा था- जय श्री राम पास हो जाएं। इसके अलावा भारतीय विराट कोहली, रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या आदि खिलाड़ियों के नाम लिखे थे। इस छात्र को 75 में से 42 अंक देकर पास किया गया था. ऐसा ही बार कोड 4149154, 4149158, 4149217 की कॉपियों में भी मिला. जिसके बाद दिव्यांशी ने राजभवन को पत्र भेजकर आरोप लगाया था कि एक प्रोफेसर ने पैसे लेकर छात्रों को पास किया है, जिसके बाद राजभवन ने मामले का संज्ञान लेते हुए 21 दिसंबर 2023 को जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया था।

आरोपी दो प्रोफेसर की होगी 'छुट्टी'
विश्वविद्यालय ने जांच समिति का गठन कर जांच कराई तो दो अध्यापक दोषी पाए गए। उत्तर पुस्तिकाओं में छात्रों को 80 में से 50 से अधिक अंक प्रदान किए गए थे। जब इनका पुनर्मूल्यांकन कराया गया तो दोनों बाह्य परीक्षकों ने शून्य अंक प्रदान किए। मामले में कुलपति प्रो वंदना सिंह ने बताया कि गलत मूल्यांकन में फार्मेसी संस्थान के दो प्रोफेसर को दोषी पाया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए है। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!