Edited By Anil Kapoor,Updated: 15 Jul, 2018 08:36 AM
प्रधानमंत्री मोदी के पूर्वांचल दौरे को लेकर आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी सांसद संजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि चुनाव जीतने के बाद कभी भी प्रधानमंत्री को यूपी की जनता की याद नहीं आई। लोकसभा चुनाव करीब आ जाने की वजह से...
लखनऊ: प्रधानमंत्री मोदी के पूर्वांचल दौरे को लेकर आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी सांसद संजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि चुनाव जीतने के बाद कभी भी प्रधानमंत्री को यूपी की जनता की याद नहीं आई। लोकसभा चुनाव करीब आ जाने की वजह से प्रधानमंत्री शिलान्यास का शिलान्यास और फीता काटकर प्रदेश की जनता को गुमराह करने आए हैं।
उन्होंने एक्सप्रेस-वे के शिलान्यास पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछले 4 साल से केंद्र और 18 महीनों से यूपी में भाजपा की सरकार है। इसके बाबजूद पूर्वांचल के एक्सप्रेस-वे पर कोई कार्य नहीं किया गया। क्या मोदी और योगी सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा किए गए शिलान्यास का ही शिलान्यास करेंगे या खुद से भी कुछ काम करेंगे। भाजपा सरकार ने एक्सप्रेस-वे को अगले 3 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। ये उसी तरह का वादा है जिस तरह से 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी जी ने 2 करोड़ लोगों को नौकरी देने, 15 लाख रुपया देने जैसे तमाम वादे देश की जनता से किए थे।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि नए सत्र की पूरे प्रदेश में पढ़ाई शुरू हो चुकी है लेकिन मोदी जी के आगमन के कारण शिक्षा विभाग ने हास्यास्पद तरीके से गर्मी की बात बताते हुए पूर्वांचल में 3 दिनों के लिए शिक्षण संस्थान बंद कर दिए। मुख्यमंत्री योगी ने शिक्षण संस्थानों को जबरदस्ती बंद कराकर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किया है।
लेखपाल आंदोलन को दिया समर्थन
लेखपालों द्वारा अपनी मांगों को लेकर किए जा रहे आन्दोलन को आम आदमी पार्टी ने समर्थन दिया है। संजय सिंह ने कहा कि योगी सरकार आन्दोलनकारी लेखपालों के साथ तानाशाह का रवैया अपना रही है। उनको मांगों का निस्तारण करने के बजाय बर्खास्त एवं निलंबित करने की कार्रवाई कर रही है। शान्तिपूर्वक विरोध कर रहे लेखपालों को निलंबित करना निंदनीय कार्य है।
15 जुलाई को होगी अवध प्रांत की बैठक
अवध प्रांत की अध्यक्षा ब्रज कुमारी ने बताया कि 15 जुलाई को यूपी प्रभारी संजय सिंह अवध प्रांत के सभी पदाधिकारियों एवं सभी जिलों के अध्यक्षों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगे जिसमें संगठन की समीक्षा एवं अवध प्रांत में होने वाली अयोध्या से लखनऊ तक जनअधिकार पदयात्रा की रूपरेखा तय की जाएगी।