Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Sep, 2021 04:35 PM
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और मठ बाघंबरी गद्दी (Baghbari Gaddi) के महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मृत्यु के बाद इस मठ के महंत के तौर पर बलवीर गिरि (Balveer Giri) का नाम लगभग तय कर लिया गया है और बृहस्पतिवार को हरिद्वार में इसकी...
प्रयागराज: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और मठ बाघंबरी गद्दी (Baghbari Gaddi) के महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मृत्यु के बाद इस मठ के महंत के तौर पर बलवीर गिरि (Balveer Giri) का नाम लगभग तय कर लिया गया है और बृहस्पतिवार को हरिद्वार में इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी। यहां मठ बाघंबरी गद्दी परिसर में यह जानकारी देते हुए निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत रवींद्र पुरी ने बताया, “कल शाम हमारी एक बैठक हुई जिसमें यह निर्णय हुआ कि जिसके नाम पर वसीयत है, उसे महंत बनाया जाएगा, लेकिन चूंकि हमारे बाकी महंत हरिद्वार में हैं, इसलिए कल इस मामले पर उनसे चर्चा होगी और बलवीर गिरि के नाम की औपचारिक घोषणा की जाएगी।”
उन्होंने कहा, “हालांकि बाघंबरी गद्दी मठ के महंत पद पर बलवीर गिरि की नियुक्ति होगी। यह लगभग तय हो चुका है कि बलवीर गिरि को इस मठ का महंत बनाया जाएगा। हमारे यहां षोडशी भंडारे के दिन ही महंत पर चादर ओढ़ाने की परंपरा है।” महंत रवींद्र पुरी ने बताया कि अगले महीने की पांच तारीख को षोड़सी भंडारा होगा और महंत पर चादर ओढ़ाने की परंपरा निभाई जाएगी। यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलेगा और बहुत भव्य भंडारा होगा।
उन्होंने बताया कि महंत की नियुक्ति के समय एक निगरानी समिति बनाई जाएगी जिसमें निरंजनी अखाड़े के पांच महंत होंगे। यह समिति इस बात पर नजर रखेगी कि नवनियुक्त महंत इस मठ की जमीन आदि ना बेच पाए। महंत रवींद्र पुरी ने इस मठ की संपत्ति के बारे में बताया कि बाघंबरी गद्दी मठ के पास यहां के परिसर की जमीन, गांव में 30-50 बीघा जमीन और लेटे हनुमान मंदिर है।
|
उल्लेखनीय है कि 20 सितंबर को महंत नरेंद्र गिरि ने अपने मठ में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी और उनके कथित सुसाइड नोट में बलवीर गिरि को इस मठ का महंत बनाने की बात कही गई थी। महंत नरेंद्र गिरि के वकील ऋषि शंकर द्विवेदी के मुताबिक, नरेंद्र गिरि ने अपनी आखिरी वसीयत 4 जून, 2020 को बलवीर गिरि के नाम लिखी थी और वही मान्य है।