Edited By Anil Kapoor,Updated: 27 Jul, 2018 02:12 PM
यूपी के देवरिया जिले के सरकारी प्राइमरी स्कूलों में दीनी तालीम देने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि सिद्धार्थनगर जिले के एक सरकारी स्कूल में दीनी तालीम देने का मामला सामने आया है। पता चला है कि यह स्कूल मदरसे की तरह चलाया जा रहा है।
देवरिया: यूपी के देवरिया जिले के सरकारी प्राइमरी स्कूलों में दीनी तालीम देने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि सिद्धार्थनगर जिले के एक सरकारी स्कूल में दीनी तालीम देने का मामला सामने आया है। पता चला है कि यह स्कूल मदरसे की तरह चलाया जा रहा है।
जब बच्चे उर्दू में लिखने लगे अपना नाम तो चौंके BSA
जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी राम सिंह देवरी ने जब प्राइमरी स्कूल का औचक निरीक्षण किया तो स्कूल के विद्यार्थी उर्दू की किताबें पढ़ते दिखे। जब उनसे नाम लिखने को कहा गया तो वे उर्दू भाषा में ही लिखने लगे। तब पता चला कि यहां शासन द्वारा निर्धारित सिलेबस को दरकिनार कर दीनी तालीम दी जा रही है। इस मामले को गंभीरता से लेकर बीएसए ने तत्काल विद्यालय के अभिलेखों को जब्त किया जो उर्दू भाषा में लिखे गए थे। जब उन्होंने बच्चों के बैग चैक किए तो इनमें पुस्तकें उर्दू तालीम की पाई गईं।
इस संबंध में बच्चों से बात की तो उन्होंने बताया कि इन किताबों से टीचर पढ़ाते हैं। इस दौरान प्रधानाध्यापक मती उल्लाह और सहायक अध्यापक मोहम्मद अकमल का नाम सामने आया। बीएसए ने बताया कि इन दोनों अध्यापकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।