Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 May, 2018 02:13 PM
लखनऊ एटीएस राजेश साहनी ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। इस खबर के बाद महकमें में हड़कंप मच गया है। सभी बड़े अधिकारी लखनऊ के एटीएस मुख्यालय पहुंच रहे हैं। सूचना पाकर मौके पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
लखनऊः लखनऊ एटीएस में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी ने खुद काे गाेली मारकर आत्महत्या कर ली है। इस खबर के बाद महकमें में हड़कंप मच गया है। सभी बड़े अधिकारी लखनऊ के एटीएस मुख्यालय पहुंच रहे हैं। सूचना पाकर माैके पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक राजेश साहनी 1992 में पीपीएस सेवा में आए थे। 2013 में वह अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर प्रमोट हुए थे। एटीएस में रहते हुए राजेश साहनी ने कई आॅपरेशन को सफलता से अंजाम दिया। इस दौरान उन्होंने कई आतंकियों को गिरफ्तार करने में सफल भूमिका निभाई। राजेश साहनी एटीएस के तेज तर्रार अफसरों में से एक माने जाते थे।
अभी पिछले हफ्ते ही एटीएस की टीम को राजेश साहनी के नेतृत्व में बड़ी सफलता उत्तराखंड में हाथ लगी थी। एटीएस टीम ने यहां मिलिट्री इंटेलिजेंस और उत्तराखंड पुलिस के साथ मिलकर संदिग्ध आईएसआई एजेंट रमेश सिंह को गिरफ्तार किया था।इसके बाद राजेश साहनी ने रमेश सिंह को कोर्ट में पेश किया था और उसे ट्रांजिट रिमांड पर यूपी लाए थे।
राजेश काफी समय से तमाम आतंकी संगठनों के स्लीपर मॉड्यूल और भारत में आतंक की साजिशों को बेनकाब कर रहे थे। उत्तराखंड आॅपरेशन में राजेश साहनी के साथ उनकी टीम में इंस्पेक्टर मंजीत सिंह, एसआई शैलेंद्र गिरी, कंप्यूटर आॅपरेटर वकील अहमद, कांस्टेबल हरीश और मनोज शामिल थे।