Edited By Ajay kumar,Updated: 14 Mar, 2024 05:03 PM
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रदेश की सीटों पर बसपा के संभावित प्रत्याशियों के नाम लगभग तय हो गए हैं। 15 मार्च को कांशीराम जयंती के मौके पर सूची जारी होने की प्रबल संभावना है। पहले चरण में संभावित प्रत्याशियों को बतौर लोकसभा प्रभारी घोषित करने की बात...
लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रदेश की सीटों पर बसपा के संभावित प्रत्याशियों के नाम लगभग तय हो गए हैं। 15 मार्च को कांशीराम जयंती के मौके पर सूची जारी होने की प्रबल संभावना है। पहले चरण में संभावित प्रत्याशियों को बतौर लोकसभा प्रभारी घोषित करने की बात कहीं जा रही है।
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भाजपा, सपा व कांग्रेस की पहली सूची हो चुकी है जारी
चुनाव को लेकर भाजपा, सपा व कांग्रेस की पहली सूची जारी हो चुकी है। हालांकि, कांग्रेस की पहली सूची में प्रदेश के प्रत्याशियों के नाम अभी घोषित नहीं किए गए हैं। बसपा सूत्रों के अनुसार कांशीराम जयंती पर मंडल स्तर पर होने वाले कार्यक्रम के दौरान लोकसभा प्रभारियों की सूची जारी होने की संभावना है। बसपा लगातार इंडिया गठबंधन में शामिल होने से इनकार कर रही है, पर 2019 में बसपा सपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ी थी। गठबंधन से खाते में आई 38 सीटों में से 10 सीटों पर विजय हासिल की थी। जीती गई सीटों में अंबेडकरनगर, अमरोहा, बिजनौर गाजीपुर, घोसी, जौनपुर, लालगंज, नगीना, सहारनपुर व श्रावस्ती सीटें शामिल थीं, जबकि 27 सीटों में नंबर दो व एक सीट पर नंबर तीन स्थान पर रही। बताया जा रहा है कि पिछली बार की तरह इस बार भी बसपा ने जातीय व अन्य आधार को ध्यान में रखकर प्रत्याशियों के नाम तय किए हैं।
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सोशल इंजीनियरिंग फार्मूले पर सीटें जीतने की गणित
पार्टी प्रमुख मायावती दलित समाज के साथ अन्य जातीय मतों के ध्रुवीकरण की सोशल इंजीनियरिंग फार्मूले पर सीटें जीतने की गणित को महत्व दे रही हैं। टिकट देने का सूत्र तय हुआ है कि जिस जाति की संख्या भारी, उसी का हो बसपा प्रत्याशी। पांच सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा में इसका साफ संदेश दिया गया है।