Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 25 Apr, 2024 01:32 PM
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कन्नौज लोकसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल कर दिया। अखिलेश ने कन्नौज से नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उन...
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कन्नौज लोकसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल कर दिया। अखिलेश ने कन्नौज से नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ सपा के प्रमुख महासचिव राम गोपाल यादव भी मौजूद थे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद फेसबुक पर डाली गई पोस्ट में लिखा कि ‘...कन्नौज क्रांति’ अब होकर रहेगी। इस पर आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी का बयान सामने आया है। जयंत ने तंज कसते हुए कहा, "...हो सकता है कल-परसों फिर से टिकट बदल जाए।"
वहीं, इस पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी कटाक्ष करते हुए कहा कि अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी अपने टिकट को ताश के पत्तों की तरह पलटते हैं... अब कमल खिलाने, भाजपा को जिताने और अखिलेश यादव को हराने में मजा आएगा। उन्होंने कहा कि 2019 में अखिलेश यादव भले प्रत्याशी नहीं थे... लेकिन सपा-बसपा के गठबंधन के बाद 2019 में अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी और पूरा सैफई परिवार हारा था। मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार बहुत बड़े अंतर से कमल खिलेगा।"
सपा ने इससे पहले मैनपुरी से पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव को कन्नौज लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। अखिलेश यादव 2000 में कन्नौज सीट पर हुए उपचुनाव में पहली बार सांसद चुने गये थे। उसके बाद वह 2004 और 2009 में भी इसी सीट से सांसद रहे। उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद लोकसभा से इस्तीफा देने के चलते 2012 में कन्नौज सीट पर हुए उपचुनाव में अखिलेश की पत्नी डिंपल निर्विरोध चुनी गयी थीं। वर्ष 2014 के आम चुनाव में भी डिंपल ने इसी सीट से जीत दर्ज की थी।
हालांकि साल 2019 के चुनाव में वह भाजपा के सुब्रत पाठक से पराजित हो गयी थीं। अखिलेश यादव वर्तमान में करहल विधानसभा सीट से विधायक हैं और उप्र विधानसभा में नेता विपक्ष हैं। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में वह करहल सीट से पहली बार विधायक बने थे। कन्नौज में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत आगामी 13 मई को मतदान होगा। इस सीट के लिये नामांकन बृहस्पतिवार 25 अप्रैल को शुरू होंगे।