Edited By Mamta Yadav,Updated: 25 Feb, 2025 02:55 PM
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नीट, जेई, यूपीएससी आदि बड़ी परीक्षाओं में हिजाब को लेकर देशभर में चल रहा विवाद अब माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा में भी देखने को मिला है। सोमवार को जौनपुर में हिजाब को लेकर हाईस्कूल की 11 छात्राओं ने हिंदी की परीक्षा छोड़ दी। आरोप है कि इन सभी से...
Jaunpur News, (जावेद अहमद): नीट, जेई, यूपीएससी आदि बड़ी परीक्षाओं में हिजाब को लेकर देशभर में चल रहा विवाद अब माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा में भी देखने को मिला है। सोमवार को जौनपुर में हिजाब को लेकर हाईस्कूल की 11 छात्राओं ने हिंदी की परीक्षा छोड़ दी। आरोप है कि इन सभी से हिजाब उतारकर परीक्षा केंद्र में जाने के लिए कहा गया। छात्राओं ने इसका विरोध करते हुए परीक्षा ही छोड़ दी। मामला खेतासराय क्षेत्र के सर्वोदय इण्टर कालेज खुदौली का है। परीक्षा केंद्र की तरफ से इन आरोप का खंडन किया गया है। बताया गया कि केवल चेहरा दिखा कर प्रवेश पत्र से मिलान को कहा गया था।
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हिजाब उतार कर परीक्षा देने की बात गलत: कॉलेज प्रशासन
बता दें कि 24 फरवरी से यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शूरू हो गई हैं। पहले दिन हाईस्कूल की हिंदी की परीक्षा थी। इसी परीक्षा में 10 छात्राएं इसलिए शामिल नहीं हुईं क्योंकि उनको नकाब उतार कर बैठने को कहा गया। परीक्षा छोड़ने की बात जब तेजी से फैलने लगी तो कॉलेज में हड़कंप मच गया। जिसके बाद कॉलेज प्रशासन बैक फुट आया और प्रिंसिपल दिनेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि छात्राएं चेहरा दिखाने को तैयार नहीं थी। इस कारण उन्हें प्रवेश नहीं मिल पाया। पूरा हिजाब उतार कर परीक्षा देने की बात गलत है।
सिर्फ चेहरा दिखाने की नहीं... हिजाब उतार कर ही परीक्षा देने को कहा गया
परीक्षा छूट जाने के बाद छात्राओं और उनके परिजनों में अच्छी खासी नाराजगी है। छात्राओं का कहना है कि उन्हें चेहरा दिखा कर एग्जाम देने में कोई परहेज नहीं था उनसे कॉलेज की तरफ से यह कहा गया की परीक्षा केंद्र में बिना नकाब और बिना सर पर दुपट्टा रखे ही प्रवेश मिल सकता है। इन शर्तों पर परीक्षा देने के बजाय परीक्षा छोड़ देना ही बेहतर लगा। आज तक कई परीक्षाएं ऐसी हुई जिनमें उन लोगों ने चेहरा दिखा कर प्रवेश लिया है लेकिन यहां बात सिर्फ चेहरा दिखाने की नहीं थी बल्कि पूरा हिजाब उतार कर ही परीक्षा देने की थी।