Edited By Ajay kumar,Updated: 06 Sep, 2018 01:07 PM
पिछले महीने संसद में पारित हुये अनुसूचित जाति/जनजाति संशोधन विधेयक के विरोध में अगणी जातियों के 22 संगठनो के आवाहन पर गुरूवार को भारत बंद का उत्तर प्रदेश में मिला जुला असर दिखायी पड़ रहा है।
लखनऊ: पिछले महीने संसद में पारित हुये अनुसूचित जाति/जनजाति संशोधन विधेयक के विरोध में अगणी जातियों के 22 संगठनो के आवाहन पर गुरूवार को भारत बंद का उत्तर प्रदेश में मिला जुला असर दिखायी पड़ रहा है।
राज्य में पूरब से लेकर पश्चिम तक कई स्थानों पर बाजार बंद रहे जबकि कुछ क्षेत्रों में रेल एवं सडक यातायात को बाधित करने का प्रयास किया गया। इस दौरान अधिसंख्य इलाकों में स्कूल और दफ्तर खुले रहे और कामकाज सामान्य रहा। कुछ एक स्थानों को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों में सडकों पर भी यातायात सामान्य रहा।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा कि बंद शांतिपूर्ण है और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नही है। ऐहतियात के तौर पर पुलिस निगरानी बढा दी गयी है। सुरक्षा बलों को स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि कानून व्यवस्था को बिगाडऩे की किसी भी प्रयास से सख्ती से निपटा जाये।
सर्वजन हिताय संरक्षण समिति के बैनर तले बंद समर्थकों ने लखनऊ में 28 सितंबर को बड़ा सम्मेलन बुलाया है जिसमें उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ केन्द्र सरकार द्वारा अनुसूचित जाति/जनजाति संशोधन विधेयक पारित किये जाने का विरोध किया जायेगा। प्रदेश सरकार ने लखनऊ समेत 11 जिलों को बंद के लिहाज से बेहद संवेदनशील मानकर अलर्ट जारी किया है।