Edited By Anil Kapoor,Updated: 21 Aug, 2018 03:13 PM
वैसे तो भाजपा में इस समय टॉप टू बॉटम और बॉटम टू टॉप राजनीति के अजातशत्रु कहे जाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी के नाम का राजनीतिक लाभ लेने में लगा हुआ है जिसके चलते भाजपा के विरोधी दल भी यह कहने में नहीं चूक रहे हैं कि भाजपा अटल जी के नाम को कैश करा रही...
आगरा: वैसे तो भाजपा में इस समय टॉप टू बॉटम और बॉटम टू टॉप राजनीति के अजातशत्रु कहे जाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी के नाम का राजनीतिक लाभ लेने में लगा हुआ है जिसके चलते भाजपा के विरोधी दल भी यह कहने में नहीं चूक रहे हैं कि भाजपा अटल जी के नाम को कैश करा रही है। शुक्र है कि अटल जी का देहावसान चुनाव के दौरान नहीं हुआ अन्यथा भाजपाई भावना के ज्वर को भड़का कर इसका राजनीतिक लाभ लेने से नहीं चूकते, लेकिन इन सब बातों से इतर ताजनगरी आगरा में बटेश्वर स्थित अटल जी के पैतृक स्थान बटेश्वर के विकास का राजनीतिक लाभ लेने की होड़ के चलते आगरा में 3 फाड़ नजर आ रहे हैं। इन तीन फाड़ में अलग-अलग 3 धड़े भी बन गए हैं जिसमें पहला धड़ा आगरा के सांसद रामशंकर कठेरिया का है जिनका कहना है कि बटेश्वर शैक्षणिक गतिविधियों का केंद्र बने। इसके लिए वह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की बात भी कह रहे हैं। उनके मुताबिक आगरा का सौभाग्य है कि बटेश्वर अटल जी का पैतृक स्थान है इसलिए यमुना किनारे इस गांव में ऐसा केंद्र बनवाने का प्रयास किया जाएगा जोकि भावी पीढ़ी के भविष्य के निर्माण के काम आएगा।
उधर इसी क्षेत्र से सांसद बाबूलाल जिनके लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत यह विधानसभा क्षेत्र आता है और कठेरिया के वह धुरविरोधी हैं, का कहना है कि उन्होंने बटेश्वर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा है। अटल जी के इस गांव में मंदिरों की श्रृंखला है जिसमें देशी-विदेशी पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं, चूंकि अब राज्य और केंद्र दोनों जगह भगवा सरकारें हैं ऐसे में अटल जी के मकान को स्मारक के रूप में विकसित किया जाए। इसके लिए वह सड़क से लेकर संसद तक पैरवी करेंगे।
वहीं इन दौनों से एक कदम आगे निकलते हुए अटल जी के लिए यहां से कई बार के विधायक रहे राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह ने तो अपना किला ही दान में दे दिया है जोकि अटल जी के पैतृक गांव बटेश्वर में है। इस किले को भदावर किले के नाम से जाना जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री रहे राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह के मुताबिक यहां पर अटल जी की यादों को संजोकर रखा जाएगा इसलिए उन्होंने अटल जी के म्यूजियम के लिए किले की जमीन दान में दे दी है। ये म्यूजियम अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ी हर याद को संजोएगा। उनके मुताबिक इस म्यूजियम के लिए जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा।