Edited By Umakant yadav,Updated: 29 Nov, 2020 06:02 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा तो प्रदेश तथा देश आत्मनिर्भर होगा और इसके बाद गांवों से बेरोज़गारी दूर होगी। मुख्यमंत्री ने अपने पांच...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा तो प्रदेश तथा देश आत्मनिर्भर होगा और इसके बाद गांवों से बेरोज़गारी दूर होगी। मुख्यमंत्री ने अपने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर ऑनलाइन माध्यम से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत 204 करोड़ से 56 जिलों में 2095 किलोमीटर लंबे 748 मार्गों और पंचायती राज विभाग के माध्यम से 647 करोड़ की लागत से बनने वाली दो हजार किलोमीटर लंबी 1825 सड़कों का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद यह बात कही।
पंचायत प्रतिनिधियों को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आप आर्थिक स्वावलंबन का एक नया आदर्श प्रस्तुत कर सकते हैं और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को भी साकार कर सकते हैं।'' उन्होंने कहा कि पीएमजीएसवाई को प्रधानमंत्री बनने के बाद अटल बिहारी बाजपेयी ने शुरू किया था और पहली बार आजाद भारत में यह 2001 में लागू हो पाई थी।
योगी ने कहा कि आजादी के पांच दशक तक भारत की ग्रामीण व्यवस्था अच्छी सड़कों जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित थी। उन्होंने कहा कि जिस ध्येय के आधार पर त्रिस्तरीय पंचायत की व्यवस्था लागू की गई थी और पंचायतों को विकास के लिए प्रधानमंत्री ने जितना पैसा दिया है, उस धनराशि का सही सदुपयोग अगर सभी पंचायतीराज संस्थाएं करने लग जाएं तो विकास और रोजगार की व्यापक संभावनाएं आगे बढ़ सकती हैं।
उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को विकास के लिए प्रेरित किया। योगी ने कहा कि ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत क्षेत्रों के पास भी अपनी जमीन है और गांव के हॉट तो जिला पंचायतों द्वारा ही संचालित होते थे, इसको आय के साथ जोड़ने का कार्य हो सकता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पांच जिला पंचायत अध्यक्षों से संवाद भी किया।