Edited By Mamta Yadav,Updated: 20 Jun, 2024 06:33 PM
बाराबंकी जिले में यातायात माह के तहत एक आईएएस अफसर की गाड़ी से नीली बत्ती उतरवाना पुलिसकर्मियों को भारी पड़ गया। पूरा मामला बाराबंकी शहर के पटेल तिराहे का है जहां पर यातायात माह के तहत बुधवार की देर शाम पुलिस और ट्रैफिक पुलिस गाड़ियों की सघन चेकिंग...
Barabanki News: बाराबंकी जिले में यातायात माह के तहत एक आईएएस अफसर की गाड़ी से नीली बत्ती उतरवाना पुलिसकर्मियों को भारी पड़ गया। पूरा मामला बाराबंकी शहर के पटेल तिराहे का है जहां पर यातायात माह के तहत बुधवार की देर शाम पुलिस और ट्रैफिक पुलिस गाड़ियों की सघन चेकिंग करते हुए नियम विरुद्ध वाहनों पर कार्रवाई कर रही थी। इसी दौरान बाराबंकी में ज्वाइंट मैजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत आईएएस अफसर मधुमिता सिंह ड्यूटी से वापस लौट रही थीं। तभी पटेल तिराहे पर पुलिसकर्मियों ने उनकी गाड़ी रोक ली।
जानकारी के मुताबिक पुलिसकर्मियों द्वारा गाड़ी रोके जाने पर आईएएस मधुमिता सिंह ने अपना परिचय भी पुलिसकर्मियों को दिया, बोलीं कि मैं आईएएस हूं। लेकिन पुलिसकर्मियों ने गाड़ी के ड्राइवर से उसी समय नीली बत्ती उतरवा दी। आईएएस अफसर मधुमिता सिंह की गाड़ी से नीली बत्ती उतरवाने के दौरान पुलिस कर्मियों ने इसका वीडियो भी बनाया। जो बाद में सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। वहीं जब इस पूरे मामले की जानकारी डीएम सत्येंद्र कुमार को हुई तो उन्होंने एसपी दिनेश कुमार सिंह से कड़ी नाराजगी जताई। जिसके बाद एसपी ने आईएएस मधुमिता सिंह की गाड़ी से नीली बत्ती उतरवाने वाले उप निरीक्षक विशुन कुमार शर्मा और उप निरीक्षक मनोज कुमार सिंह पर कड़ी कार्रवाई करते हुए दोनों को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया।
उप निरीक्षक विशुन कुमार शर्मा नगर कोतवाली में एसएसआई के पद पर तैनाथ थे। जबकि उप निरीक्षक मनोज कुमार सिंह आवास विकास कॉलोनी के चौकी प्रभारी थे। दोनों को एसपी ने लाइन हाजिर कर दिया। वहीं एसपी की इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप है।