Edited By Anil Kapoor,Updated: 03 Feb, 2019 11:33 AM
उत्तर प्रदेश विधानमंडल का 5 फरवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र में वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए 5 लाख करोड़ रूपए से ज्यादा के प्रस्ताव पेश किए जा सकते हैैं। विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने बताया कि बजट सत्र 5 फरवरी से शुरू होगा और 22 फरवरी तक...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का 5 फरवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र में वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए 5 लाख करोड़ रूपए से ज्यादा के प्रस्ताव पेश किए जा सकते हैैं। विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने बताया कि बजट सत्र 5 फरवरी से शुरू होगा और 22 फरवरी तक चलेगा। इस सत्र मेें 7 फरवरी को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के बजट प्रस्ताव पेश किए जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि नए साल का पहला सत्र होने के कारण 5 फरवरी को विधानमंडल के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राज्यपाल राम नाईक का अभिभाषण होगा। उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल 7 फरवरी को सुबह 11 बजे विधानसभा में बजट प्रस्ताव पेश करेंगे। इस साल बजट प्रस्ताव 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के होने की संभावना है। वित्तीय वर्ष 2018-19 में भी राज्य का बजट इतनी धनराशि के आसपास था।
विधानसभा में सत्र के पहले 4 दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के लिए चर्चा होगी। इसके बाद बजट पर चर्चा होगी। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी(भाजपा), समाजवादी पार्टी (SP), बहुजन समाज पार्टी (BSP) और कांग्रेस ने बजट सत्र के दौरान रणनीति बनाने के लिए 4 फरवरी को अपनी-अपनी पार्टियों के विधायकों की बैठक बुलाई है।