Edited By Ajay kumar,Updated: 30 Dec, 2019 05:43 PM
सरकारी अस्पतालों का हाल जगजाहिर है, आए दिन डॉक्टरों की लापरवाही खबरों की सुर्खियां बनती हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के शामली जिले से एक खबर सामने...
शामलीः सरकारी अस्पतालों का हाल जगजाहिर है, आए दिन डॉक्टरों की लापरवाही खबरों की सुर्खियां बनती हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के शामली जिले से एक खबर सामने आई है। जहां दर्द से तड़पती गर्भवती को डॉक्टरों ने सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में महज इसलिए भर्ती नहीं किया क्योंकि वह डॉक्टरों के द्वारा मांगे गए 5000 की रिश्वत देने में असमर्थ थी।
बता दें कि जिले की बीना को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे अस्पताल ले आए थे। वहां पर कर्मचारियों और डॉक्टरों ने भर्ती कराने व इलाज शुरु करने के नाम पर 5000 की मांग की, परिजनों के विवशता पर डॉक्टरों ने भर्ती करने से साफ मना कर दिया। विवश होकर परिजन दर्द से तड़प रही गर्भवती को दूसरे अस्पताल ले गए।
सवाल यह है कि आखिर कब तक इन धन लोलुपों की लालच का शिकार आमजन को बनना पड़ेगा। कब सरकार की आंखे खुलेंगी, भ्रष्टाचारियों पर सरकार की सख्त चाबुक चलेगी और योगी सरकार में डॉक्टर व तमाम भ्रष्ट अधिकारी जेल की हवा खाएंगे।
वहीं शर्मनाक मामले में सरकारी स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक शशिकांत ने कहा कि वह इस मामले की जांच कराएंगे और अपराधियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मामले से अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है।