Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 03 May, 2019 11:09 AM
धौरहरा लोकसभा सीट का इतिहास 2008 से शुरू होता है, लखीमपुर, सीतापुर के कुछ हिस्सों को मिलाकर इसे बनाया गया है। 2009 में पहली बार इस सीट पर चुनाव हुआ, जिसमें कांग्रेस नेता जितेंद्र प्रसाद के पुत्र जितिन प्रसाद पहली बार इस सीट से चुनाव जीत कर संसद...
धौरहरा लोकसभा सीट का इतिहास 2008 से शुरू होता है, लखीमपुर, सीतापुर के कुछ हिस्सों को मिलाकर इसे बनाया गया है। 2009 में पहली बार इस सीट पर चुनाव हुआ, जिसमें कांग्रेस नेता जितेंद्र प्रसाद के पुत्र जितिन प्रसाद पहली बार इस सीट से चुनाव जीत कर संसद पहुंचे, लेकिन अगली बर 2104 में जितिन प्रसाद चुनाव हार गए और बीजेपी की रेखा मोदी लहर में यह सीट जीत गई। अब 2019 के चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन होने के साथ ही यहां की लड़ाई दिलचस्प हो गई है, लेकिन बीजेपी ने रेखा वर्मा पर ही दांव खेला है।
धौरहरा में 5 विधानसभा सीटें
इस लोकसभा सीट में 5 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें धौरहरा, कास्ता, मोहम्मदी, मोहाली और हरगांव शामिल हैं। धौरहरा, कास्ता और मोहम्मदी विधानसभा सीट खीरी जिले में आती है, जबकि महोली और हरगांव सीतापुर जिले में आती है।
2017 में हुए विधानसभा चुनाव में सभी 5 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज किया। सपा और बसपा इस सीट पर काफी पीछे छूट गए थे।
जानिए, धौरहरा से कितने मतदाता करेंगे मत का प्रयोग
2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में धौरहरा सीट पर कुल 16 लाख 34 हज़ार 417 वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 8 लाख 79 हज़ार 400 है। जबकि महिला वोटरों की संख्या 7 लाख 54 हज़ार 920 है। वहीं ट्रांस जेंडर वोटरों की संख्या 97 है।
एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
अलीगढ़ सीट पर 2014 में हुए लोकसभा चुनाव पर नज़र डालें तो इस सीट पर बीजेपी की रेखा वर्मा में जितिन प्रसाद को बड़े अंतर से हराया था। जितिन प्रसाद इस सीट से पहले सांसद थे, लेकिन 2014 में चौथे स्थान पर पहुंच गए। रेखा वर्मा को कुल 3 लाख 60 हज़ार 357 वोट मिले थे। जबकि दूसरे नंबर पर बसपा के दाउद अमहद थे। दाउद को कुल 2 लाख 34 हजार 682 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर सपा के आनंद भदौरिया थे। आनंद को कुल 2 लाख 34 हजार 32 वोट मिले थे। 2014 के सांसद जितिन प्रसाद को महज 16 फीसदी वोटों के साथ कुल 1 लाख 70 हजार 994 वोट मिले थे।
एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
2009 में धौरहरा लोकसभा सीट पर पहली बार चुनाव हुए और इसमें कांग्रेस नेता जितेंद्र प्रसाद के पुत्र जितिन प्रसाद ने जीत दर्ज की। जितिन को कुल 3 लाख 91 हज़ार 391 वोट मिले। जबकि दूसरे नंबर पर बसपा के राजेश कुमार सिंह थे। राजेश को कुल 2 लाख 6 हज़ार 882 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर सपा के ओम प्रकाश रहे। ओम प्रकाश को कुल 1 लाख 2 हज़ार 898 वोट मिले थे।