Edited By Ramkesh,Updated: 06 Mar, 2025 12:49 PM

प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी और शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए नियुक्त किए गए शिक्षा मित्रों में कुछ ( उप-शिक्षक ) की नौकरी जा सकती है। इसके बाद शिक्षा मित्रों की में हड़कंप मच गया है। दरअसल, सरकार को ऐसी जानकारी मिली है कि लखनऊ...
लखनऊ: प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी और शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए नियुक्त किए गए शिक्षा मित्रों में कुछ ( उप-शिक्षक ) की नौकरी जा सकती है। इसके बाद शिक्षा मित्रों की में हड़कंप मच गया है। दरअसल, सरकार को ऐसी जानकारी मिली है कि लखनऊ मंडल में लंबे समय से अवैतनिक अवकाश लेकर 270 शिक्षामित्रों लम्बे समय से गायब चल रहे है। ऐसे में बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। अब शिक्षा विभाग ऐसे लोगों की कुंडली खंगाल कर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रायबरेली जिले में काफी लम्बे समय से अवैतनिक अवकाश लेकर शिक्षा मित्र दूसरा काम कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक जिले में ऐसे 37 मामले शिक्षा विभाग के संज्ञान में आया है। जिसके बाद शिक्षा मित्रों में हड़कंप मचा हुआ है।
राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने सभी बीएसए से समग्र शिक्षा व बेसिक शिक्षा विभाग के तहत जिलों में कार्यरत शिक्षामित्रों का निर्धारित प्रारूप पर विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इसमें संबंधित जिले, शिक्षामित्र का नाम, स्कूल, ब्लॉक, पहली ज्वाइनिंग, शैक्षिक योग्यता आदि से जुड़ी जानकारी ई-मेल व हार्ड कॉपी में भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि लापरवाह शिक्षा मित्रों पर सरकार एक्शन ले सकती है। हालांकि अब देखने होगा कि ऐसे लोगों पर शिक्षा क्या कार्रवाई करता है।