Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 04 Mar, 2019 02:31 PM
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के बरसाना में मोतियाबिंद के मरीजों की संख्या हर साल बढ़ रही है। मुंबई के भक्ति वेदांत अस्पताल के डॉक्टर इसके कारणों का पता लगा रहे हैं। चैतन्य सेवा ट्रस्ट से जुड़े और बरसाना में नेत्र शिविर लगाने वाले डॉ. विवेकानं..
मथुराः उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के बरसाना में मोतियाबिंद के मरीजों की संख्या हर साल बढ़ रही है। मुंबई के भक्ति वेदांत अस्पताल के डॉक्टर इसके कारणों का पता लगा रहे हैं। चैतन्य सेवा ट्रस्ट से जुड़े और बरसाना में नेत्र शिविर लगाने वाले डॉ. विवेकानंद शानबाग ने बताया कि उनकी संस्था 1992 से बरसाना और आसपास के गांवों में हर साल मोतियाबिंद दूर करने के शिविर लगा रही है। उन्होंने बताया कि हर साल हजारों मरीजों का इलाज इन शिविरों में होता है लेकिन फिर भी मोतियाबिंद के मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
शानबाग ने बताया कि 2016 में 23643 मोतियाबिंद के मरीजों में से 1712 का ऑपरेशन किया गया। 2017 में 37211 मरीजों में से 3825 और 2018 में 28867 मरीजों में से 3882 के मोतियाबिंद का ऑपरेशन उनके शिविरों में हुआ। इस साल अभी तक 7000 मरीजों की जांच कर 2900 ऑपरेशन किये जा चुके हैं। वहीं, शेयर योर केयर संस्था के निदेशक डॉ. वेंकटरमनन ने कहा कि बरसाना के नेत्र शिविर में कई विदेशी डॉक्टर भी शामिल होते हैं।
उन्होंने बताया कि संस्था ने मोतियाबिंद के मरीजों के लिये पांच एकड़ जमीन लेकर अस्पताल बनाने का फैसला किया है लेकिन यहां तक पहुंचने के लिये सरकार ने मार्ग की व्यवस्था नहीं की है। इस बारे में मथुरा के जिलाधिकारी (डीएम) सर्वज्ञराम मिश्र ने कहा कि संस्था अगर मार्ग के लिये संपर्क करेगी तो नियमों के तहत उसकी मदद की जायेगी।