Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 Dec, 2019 02:07 PM
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी हिन्दुस्तानी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का इस्तकबाल करते हुये कहा कि हिन्दुस्तानी मुसलमानों को नये कानून से कोई खतरा नहीं है और कांग्रेस,समाजवादी पार्टी (सपा) और तृणमूल कांग्रेस जैसे...
लखनऊः उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी हिन्दुस्तानी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का इस्तकबाल करते हुये कहा कि हिन्दुस्तानी मुसलमानों को नये कानून से कोई खतरा नहीं है और कांग्रेस,समाजवादी पार्टी (सपा) और तृणमूल कांग्रेस जैसे दल अपने राजनीतिक फायदे के लिये अल्पसंख्यकों के बीच भ्रम पैदा कर रहे है।
रिजवी ने गुरूवार को कहा कि घुसपैठियों की पहचान के लिए अमल में लाए गए नए कानून का विरोध सपा, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस वोट बैंक के लिये कर रही है और मुसलमानों को कानून का डर दिखा रही है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से घुसपैठ कर देश की सीमा में दाखिल हुये लोगों का वोटर आईडी कांग्रेस के कार्यकाल में बनाये गये। अब घबराहट घुसपैठियों की शक्ल सामने आने और उसके बेनकाब होने को लेकर है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के जो अल्पसंख्यक हिन्दू भारत आये है, वो असल में धर्म के आधार पर जुल्म झेल कर अपना धर्म और अपनी जान बचा कर आये हैं, उनको सीएए का लाभ मिलना चाहिए और जो इन देशों के मुसलमान भारत आये है तो वो अपने निजी फायदे के लिए आये है या भारत को नुकसान पहुचने की नीयत से आए हैं।
अध्यक्ष ने कहा कि मुसलमानों को नये कानून में शामिल नहीं करना देश की सुरक्षा के हित मे है, जो भारत का मुसलमान है वो ही सिफर् हिन्दुतानी है जो मुसलमान घुसपैठिये है, उनको देश छोड़ना ही चाहिए। इसका विरोध कांग्रेस और उसकी जैसी पाटिर्यों ने हिंदुस्तानी मुसलमानों से करवा कर सड़कों पर उनका खून बहाया है।