Edited By Deepika Rajput,Updated: 19 Jan, 2019 10:14 AM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास से कुंभ दर्शन हेरिटेज एंड फोटोग्राफी ट्रेल बस को प्रयागराज के लिए झंडी दिखाकर रवाना किया।
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास से कुंभ दर्शन हेरिटेज एंड फोटोग्राफी ट्रेल बस को प्रयागराज के लिए झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यद्यपि कुंभ का आयोजन तीर्थाटन के लिए किया जाता है, लेकिन इस कुंभ के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिगत राज्य सरकार ने पिछले डेढ़ वर्ष से तैयारियां की हैं। इस दौरान कुंभ क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं जैसे- सेतुओं, आरओबी निर्माण, सड़क चैड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण, इत्यादि का लगातार विकास किया गया, ताकि मेला क्षेत्र आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रद्धालुओं को इस कुंभ में 450 वर्षाें के बाद अक्षयवट के दर्शन हो सकेंगे। इसके अलावा, उनके दर्शनार्थ सरस्वती कूप को भी खोल दिया गया है। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए रैन बसेरों की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था की गई है। राज्य सरकार के प्रयासों से इस कुंभ में गंगा जी और यमुना जी में पर्याप्त मात्रा में निर्मल जल की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, ताकि उन्हें स्नान हेतु स्वच्छ और निर्मल जल प्रचुर मात्रा में मिले। इसके अलावा, प्रयागराज की सड़क, रेल तथा हवाई कनेक्टिविटी बेहतर की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को प्रयागराज पहुंचने में कोई असुविधा न हो। आगामी 26 जनवरी से गंगा जी में क्रूज की सुविधा भी मिलने लगेगी।
उन्होंने कहा कि कुंभ में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है। यह एक स्वतः स्फूर्त जनसमागम है। यहां 70 देशों के राजदूतों ने आकर कुंभ के आयोजन की तैयारियों को देखा तथा उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े संगम का दर्शन किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से ही यूनेस्को द्वारा कुंभ को ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ की विश्व धरोहर के रूप में मान्यता मिली है। यह भारत के गौरव एवं आस्था को बढ़ाता है।