Edited By Anil Kapoor,Updated: 12 Jul, 2018 11:24 AM
बागपत जेल में बंद कुख्यात बदमाश सुनील राठी ने भले ही यह कुबूल कर लिया है कि मुन्ना बजरंगी की हत्या उसने ही की है लेकिन पूरे घटनाक्रम के पीछे गहरी और सुनियोजित साजिश के संकेत मिलते हैं। मुन्ना को जेल के भीतर ले जाने और हत्या के बाद की घटनाएं ये साबित...
लखनऊ: बागपत जेल में बंद कुख्यात बदमाश सुनील राठी ने भले ही यह कुबूल कर लिया है कि मुन्ना बजरंगी की हत्या उसने ही की है लेकिन पूरे घटनाक्रम के पीछे गहरी और सुनियोजित साजिश के संकेत मिलते हैं। मुन्ना को जेल के भीतर ले जाने और हत्या के बाद की घटनाएं ये साबित करने के लिए पर्याप्त हैं कि इस पर पूरा होमवर्क करके राठी को ‘हथियार’ बनाया गया था लेकिन इस वारदात के पीछे कौन है, यह अभी रहस्य के घेरे में है।
मुन्ना बजरंगी के दुश्मनों की एक लंबी कतार है, जिसमें अपराधियों के साथ राजनेता और उद्यमी भी शामिल हैं। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि उसकी हत्या की योजना तैयार करने वाले जेल प्रशासन और अपराधियों के गठजोड़ की रग-रग से वाकिफ थे। इसी वजह से मिनट-टू-मिनट की पटकथा लिखी गई और मुख्य किरदार के रूप में राठी को तैयार किया गया। राठी को इस बात का अभयदान भी रहा होगा कि साक्ष्यों की बिसात उसके हिसाब से बिछा दी जाएगी।
यह भी कम आश्चर्यजनक नहीं कि वारदात के महज कुछ घंटों में ही मुन्ना की हत्या के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे। ये फोटो किसने खींचे और वायरल करने के पीछे क्या उद्देश्य था, यह भी जांच का एक बड़ा बिन्दु है। आखिर राठी इन फोटो के जरिए किस तक यह संदेश पहुंचाना चाहता था कि मुन्ना की हत्या की जा चुकी है। उसको जेल लाए जाने के पहले कुछ सैकेंडों के वीडियो भी बनाए गए थे। उनमें मुन्ना भयभीत नजर आ रहा है। इसके पीछे क्या उद्देश्य रहा होगा।