Edited By Imran,Updated: 18 Dec, 2024 07:21 PM
उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन की कार्रवाई विपक्ष के हंगामे के साथ कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है। जहां एक तरफ सपा नेताओं ने सदन में जमकर हंगामा किया, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता विधानसभा का घेराव करने की जद्दो जहद में लगे...
लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन की कार्रवाई विपक्ष के हंगामे के साथ कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है। जहां एक तरफ सपा नेताओं ने सदन में जमकर हंगामा किया, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता विधानसभा का घेराव करने की जद्दो जहद में लगे रहे। बता दें कि विधानमंडल सत्र के तीसरे दिन बिजली के निजीकरण के मुद्दे पर सवाल-जवाब हुए।
निजीकरण के मुद्दे को लेकर हुए सवाल जवाब
सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने सत्तारूढ़ भाजपा पर निजीकरण के मुद्दे को लेकर सवाल उठाए। सपा नेता ने कहा कि हमारी सरकार में बिजली व्यवस्था में सुधार हुआ था। इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया गया था। आज ये स्थिति है कि निजीकरण किया जा रहा है। इससे बिजली महंगी हो जाएगी।
प्रदेश में बिजली सपा की देन - रागिनी सोनकर
वहीं ऊर्जा विभाग पर सपा विधायक रागिनी सोनकर ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सपा की सरकार में 17 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन हुआ था। भाजपा की सरकार ने उसे डबल तक नहीं किया। उन्होंने आगे कहा कि यह सपा की देन है कि प्रदेश में बिजली है और आप उसके सहारे काम कर पा रहे है। बिजली विभाग को भाजपा बेंच रही है। इस पर ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि योगी सरकार में करोड़ों लोगों को बिजली कनेक्शन दिए गए हैं और अब बिजली आना सिर्फ कुछ जिलों तक ही सीमित नहीं रह गया है।
सरकार कांग्रेस से डर गई है - आराधना मिश्रा
विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस द्वारा विधानसभा घेराव के आह्वान पर कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा सरकार कांग्रेस से डर गई है। हमने जनहित के मुद्दे पर विधानसभा घेराव का आह्वान किया तो कई जिलों की पुलिस लखनऊ में तैनात की गई है। हमारे नेताओं को खासकर महिला मोर्चा के नेताओं को नजर बंद किया जा रहा है।