Edited By Mamta Yadav,Updated: 28 May, 2024 11:41 PM
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने मंगलवार को कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के संविधान को बदलने में किसी में ताकत नहीं है और अगर ऐसा करने का प्रयास किया गया तो संविधान बदलने वालों को भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा।
Deoaria News: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने मंगलवार को कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के संविधान को बदलने में किसी में ताकत नहीं है और अगर ऐसा करने का प्रयास किया गया तो संविधान बदलने वालों को भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा।
बता दें कि जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर बासगांव लोकसभा क्षेत्र के बरांव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए गांधी ने संविधान की एक प्रति हाथ में लेते हुए कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव कोई सामान्य चुनाव नहीं है, बल्कि दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है। उनकी पार्टी और ‘इंडिया' के घटक दल संविधान को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। आजादी और संविधान का मसौदा तैयार होने से पहले गरीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और किसानों के पास कोई अधिकार नहीं था और 1950 में कानून लागू होने पर उन्हें ये अधिकार दिए गए।
आरक्षण को 50 प्रतिशत से आगे बढ़ाएंगे
राहुल ने कहा, ‘भाजपा कहती है कि दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। वह आरक्षण को खत्म करना चाहती है। मैं उन्हें संदेश देना चाहता हूं कि आप संविधान को खत्म नहीं कर पायेंगे. उल्टा हम आरक्षण को 50 प्रतिशत से आगे बढ़ाकर ले जाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘आज आरक्षण को 50 प्रतिशत तक की सीमा पर रखा गया है। इंडिया गठबंधन ने अपने घोषणा पत्र में साफ लिखा है कि हमारी सरकार आएगी तो इस 50 प्रतिशत तक की सीमा को हम हटा देंगे और उसे 50 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा देंगे। जहां भी कांग्रेस की सरकार आई है, चाहे छत्तीसगढ़ हो, मध्य प्रदेश हो, हमने यह काम करके दिखाया है और पूरे हिंदुस्तान में हम यह काम करके दिखा देंगे।’