Edited By Umakant yadav,Updated: 16 Nov, 2020 06:50 PM
उत्तर प्रदेश में इस महीने सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में अपनी मल्हनी सीट बचाने वाली समाजवादी पार्टी को विश्वास है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी की सरकार बनेगी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में इस महीने सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में अपनी मल्हनी सीट बचाने वाली समाजवादी पार्टी को विश्वास है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी की सरकार बनेगी।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि भाजपा राज में जनसामान्य पर चौतरफा मार पड़ रही है। एक ओर कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा हैं। 24 घंटे में इससे 18 मौतें हुई 1407 नए केस दर्ज हुए। मंहगाई की मार से हर कोई परेशान हैं। भाजपा सरकार बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या जैसे अमानवीय अपराधों पर रोक लगाने में अक्षम साबित हुई है। व्यापारी लुट रहे हैं। किसान जान गंवा रहे हैं लेकिन भाजपा नेताओं की दबंगई का कोई इलाज नहीं, उन्हें मनमानी की छूट मिली हुई है।
उन्होंने कहा कि बस्ती में एक दलित बच्ची का अपहरण के बाद रेप और फिर हत्या की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। 4 दिन पुलिस शिकायत पर बैठी रही। आए दिन होने वाली इन घटनाओं पर सरकार का असंवेदनशील रवैया निंदनीय है। बेटियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खोखले दावों से कब सुरक्षित होंगी बेटियां। मथुरा में व्यापारी अनिल अग्रवाल की निर्मम हत्या हो गई।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा राज में व्यापारियों का जानमाल असुरक्षित है। व्यापारियों को सुरक्षा नहीं मिल रही है। राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कई जिलों में व्यापारी लूट, अपहरण और हत्या के शिकार हुए हैं। खुद मुख्यमंत्री के गृह जिलों में लूट और दुष्कर्म के कई मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का ध्यान प्रशासन पर कम राजनीतिक स्वार्थ साधन पर ज्यादा रहता है। फलत: प्रशासनिक मशीनरी भी सुस्त रहती हैं।
अखिलेश ने कहा कि जनता की कठिनाईयों के समाधान में भाजपा की दिलचस्पी नहीं होने से विकास कार्य अवरूद्ध हैं और प्रदेश लगातार प्रगति की दिशा में पिछड़ता जा रहा है। भाजपा सरकार के जनविरोधी कामों से जनता में तीव्र आक्रोश है। जनता का यह आक्रोश 2022 में परिवर्तन पर मुहर लगाएगा।