Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 Aug, 2019 07:00 PM
यूपी के चंदौली से तीन तलाक का ऐसा मामला सामने आया है, जहां तलाक के बाद आठ सालों से जुदा-जुदा रह रहे दंपत्ती पुलिस महकमे के एक अफसर के प्रयास से साथ रहने को राजी हो गए। दोनों परिवारों के बीच झगड़े को भी समाप्त करा दिया गया। जिसके चलते थाने में निकाह...
चंदौलीः यूपी के चंदौली से तीन तलाक का ऐसा मामला सामने आया है, जहां तलाक के बाद आठ सालों से जुदा-जुदा रह रहे दंपत्ती पुलिस महकमे के एक अफसर के प्रयास से साथ रहने को राजी हो गए। दोनों परिवारों के बीच झगड़े को भी समाप्त करा दिया गया। जिसके चलते थाने में निकाह पढ़वाया और पति-पत्नी हंसी खुशी विदा किया गया।
दरअसल, मुगलसरा कोतवाली क्षेत्र के नाथूपुर निवासी अशफाक और महमूदपुर निवासी इनायतुल्लाह एक दूसरे के बहनोई हैं। अशफाक का निकाह इनायत की बहन रईसा खातून व इनायत का निकाह अशफाक की बहन शबाना बेगम के साथ हुआ है। लेकिन पिछले 8 वर्षों से पारिवारिक विवाद को लेकर अशफाक ने रईसा खातून को एक तलाक दे दिया। जिसके कारण दोनों परिवार में मनमुटाव शुरू हो गया है। दोनों परिवार अलग-अलग जीवन यापन करने लगे।
जबकि सैयद इनायतुल्लाह कोई पुत्र अशफाक को तीन पुत्रियां भी हैं। कुछ दिनों पूर्व रईसा खातून ने इसकी शिकायत सीओ सदर त्रिपुरारी पांडे से लिखित रूप से कर कार्यवाही की मांग की। लेकिन सीओ ने इसको गंभीरता से लेते हुए दोनों परिवारों को बुलाकर काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया। यह दौर कई दिनों तक चलता रहा। एक बार फिर को सीओ कार्यालय में कुछ संभ्रांत व्यक्तियों के साथ दोनों परिवारों को समझा-बुझाकर इमाम शमशेआलम द्वारा निकाह पढ़ा कर हंसी-खुशी दोनों परिवारों को विदा किया गया। इस सराहनीय कार्य की हर जगह चर्चा हो रही है।