Edited By Deepika Rajput,Updated: 16 May, 2019 10:21 AM
कांग्रेसी विधायिका अदिति सिंह ने आरोप लगाया है कि रायबरेली से बीजेपी प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह और उनके साथियों ने उन पर जानलेवा हमला किया, लेकिन इस हमले में वह बाल-बाल बच गई। बीजेपी ने एक जिला पंचायत को बचाने के लिए एक चुने हुए जनप्रतिनिधि को जान...
रायबरेलीः कांग्रेसी विधायिका अदिति सिंह ने आरोप लगाया है कि रायबरेली से बीजेपी प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह और उनके साथियों ने उन पर जानलेवा हमला किया, लेकिन इस हमले में वह बाल-बाल बच गई। बीजेपी ने एक जिला पंचायत को बचाने के लिए एक चुने हुए जनप्रतिनिधि को जान से मारने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या करने के समान है। लाठी डंडे, पत्थर और लोहे की सरिया से लैस दिनेश प्रताप, उनके भाई अभय प्रताप और 50-60 गुंडों ने टोल प्लाजा के पास उनके काफिले पर उस समय हमला किया, जब वह और उनके सहयोगी अलग-अलग गाड़ियों में जिला पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए जा रहे थे। टोल प्लाजा के पास पहुंचते ही काफिले पर ईट पत्थर की बरसात कर दी गई। इस बीच बदमाशों ने जिला पंचायत सदस्यों को गाड़ी से खींच कर बाहर निकाल लिया। उनकी गाड़ी को पलट दिया गया।
विधायिका ने कहा कि उनके साथ बैठे एक जिला पंचायत सदस्य को गंभीर चोटें आईं। जिला प्रशासन की शह पर हुए इस हमले के बाद जिला पंचायत सदस्य इस कदर खौफजदा है कि वे घर नहीं जाना चाहते हैं। इस संबंध में सरकार को अविलंब रायबरेली के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक का तबादला कर उनकी एवं सभी जिला पंचायत सदस्यों की जानमाल की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किए जाने चाहिए।
गौरतलब है कि रायबरेली लखनऊ राजमार्ग पर स्थित टोल प्लाजा के पास हुई हिंसा में कांग्रेस विधायिका अदिति सिंह की गाड़ी पलट गई थी। सरकार ने घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिए हैं।